नई दिल्ली। पैगंबर मोहम्मद को लेकर बीजेपी नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल द्वारा की गई टिप्पणी पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारत सरकार ने विभिन्न देशों का गुस्सा शांत करने की कोशिश करते हुए कहा है कि वे सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। लेकिन कई देशों की नाराजगी अभी तक खत्म नहीं हुई है। अबतक कुल 15 देश इसपर आपत्ति ले चुके हैं।

इधर बीजेपी ने इस घटना से सबक लेते हुए हेट स्पीच देने वाले बड़बोले नेताओं की सूची तैयार की है। इनमें से 27 चुने हुए नेताओं को अपनी जुबान पर लगाना लगाने की हिदायत दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि धार्मिक मुद्दों पर बयान देने से पहले पार्टी से परमिशन ले लें।

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बताया जा रहा है कि इन नेताओं के पिछले 8 साल (सितंबर 2014 से मई 2022 तक) के बयानों को IT विशेषज्ञों की मदद से खंगाला गया है। इनमें नेताओं के पिछले 8 साल (सितंबर 2014 से 3 मई 2022 तक) के बयानों को IT विशेषज्ञों की मदद से खंगाला गया है। करीब 5,200 बयान गैर-जरूरी पाए गए। 2,700 बयानों के शब्दों को संवेदनशील पाया गया। 38 नेताओं के बयानों को धार्मिक मान्यताओं को आहत करने वाली कैटेगरी में रखा गया।करीब 5,200 बयान गैर-जरूरी पाए गए। 2,700 बयानों के शब्दों को संवेदनशील पाया गया। 38 नेताओं के बयानों को धार्मिक मान्यताओं को भी आहत करने वाली कैटेगरी में रखा गया।

जानकारी के मुताबिक बड़बोले नेताओं की सूची में अनंत कुमार हेगड़े, शोभा करंदलाजे, गिरिराज सिंह, तथागत राय, प्रताप सिम्हा, विनय कटियार, महेश शर्मा, टी. राजा सिंह, विक्रम सिंह सैनी, साक्षी महाराज, संगीत सोम जैसे नेताओं का नाम शामिल हैं।

बता दें कि ईरान, इराक, कुवैत, कतर, सऊदी अरब, ओमान, ईरान, यूएई, जॉर्डन, अफगानिस्तान, बहरीन, मालदीव, लीबिया और इंडोनेशिया सहित कम से कम 15 देशों ने विवादास्पद टिप्पणी को लेकर भारत के खिलाफ आधिकारिक विरोध दर्ज कराया है।