नई दिल्ली। विधानसभा चुनावों के पहले बीजेपी ने चंदा इकट्ठा करने का अभियान शुरू किया है। पार्टी ने इस अभियान की शुरुआत के लिए भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 97वीं जयंती का मौका चुना है। इस अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंदा देकर की। पीएम मोदी ने बताया कि उन्होंने पार्टी को मजबूत बनाने के लिए 1000 रुपए डोनेट किया है। उन्होंने देश के लोगों से भी बीजेपी को चंदा जुटाने में मदद करने का आह्वान किया है। 



पीएम मोदी ने ट्वीट किया है कि, 'हमेशा राष्ट्र को सबसे आगे रखने का हमारा आदर्श और हमारे कैडर की आजीवन निस्वार्थ सेवा करने की संस्कृति आपके छोटे दान से और मजबूत होगी। भाजपा को मजबूत बनाने में मदद कीजिए। भारत को मजबूत बनाने में मदद कीजिए।' पीएम मोदी ने इसके साथ ही चंदे का एक रसीद भी शेयर किया है। इसमें पीएम का बैंक अकाउंट नंबर, ईमेल आईडी, पैन नंबर और मोबाइल नंबर को ब्लर कर छिपा दिया गया है। 





पीएम मोदी के अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, नितिन गडकरी, स्मृति ईरानी समेत तमाम भाजपा नेताओं ने अपना चंदा रसीद साझा किया है, जिसमें देखा जा सकता है कि सभी ने 1-1 हजार रुपए का सहयोग किया है। गृहमंत्री अमित शाह ने लिखा है कि, 'भाजपा को दिया गया कोई भी डोनेशन एक मजबूत नए भारत की दिशा में एक अहम योगदान है। आप NaMo App के 'डोनेशन मॉड्यूल’ के माध्यम से पार्टी को अपना डोनेशन दे सकते हैं। मैं बीजेपी के सभी शुभचिन्तकों और कार्यकर्ताओं से दान करने और दूसरों को इसके लिए प्रेरित करने की अपील करता हूं।' 





बताया जा रहा है कि चंदा जुटाने का यह अभियान दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि (11 फरवरी तक) तक चलेगा। इस माइक्रो डोनेशन अभियान से जुड़कर लोग पांच रुपए से लेकर 1000 हजार रुपए तक का चंदा दे सकेंगे। कोई भी व्यक्ति नमो ऐप के माध्यम से बीजेपी को पैसे दे सकता है। साथ ही जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर सर्वाधिक चंदा जुटाने कराने वालों की पहचान की जाएगी और पार्टी के लिए उनके योगदान की सराहना भी की जाएगी।



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बता दें कि पिछले 7 वर्षो से बीजेपी देश की सबसे ज्यादा पैसों वाली पार्टी है। चंदा जुटाने के मामले में बीजेपी लगातार सातवें साल टॉप पर रही है। पार्टी  ने 2019-20 में सबसे ज्यादा 785 करोड़ रुपये चंदा के रूप में इकट्ठा किया था। जबकि इस दौरान कांग्रेस को महज 139 करोड़ रुपए का चंदा मिला। माना जाता है कि बीजेपी को उद्योगपतियों से सर्वाधिक चंदा प्राप्त होता है।