नई दिल्ली। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कल एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि हिन्दू-मुस्लिम अलग नहीं हैं, सभी का DNA एक ही है। RSS चीफ के इस बयान पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने उन्हें नसीहत दी है। सिंह ने कहा है कि ये बात वे पहले अपने शिष्यों को बताएं। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया है कि आपलोगों (RSS-BJP) ने जो नफरत भर दी है उसे भरना आसान नहीं है।



राज्यसभा सांसद ने ट्वीट किया, 'मोहन भागवत जी यह विचार क्या आप अपने शिष्यों, प्रचारकों, विश्व हिंदू परिषद/ बजरंग दल कार्यकर्ताओं को भी देंगे? क्या यह शिक्षा आप मोदीशाह जी व भाजपा मुख्यमंत्री को भी देंगे? यदि यह विचार मोहन भागवत जी आप अपने शिष्यों को पालन करने के लिए बाध्य कर देंगे तो मैं आपका प्रशंसक हो जाऊँगा। लेकिन यह आसान नहीं है। आप लोगों ने हिंदू मुसलमान के बीच में इतनी नफ़रत भर दी है उसे दूर करना आसान नहीं है।'





दिग्विजय सिंह ने आगे लिखा कि, 'सरस्वती शिशु मंदिर से ले कर संघ द्वारा बौद्धिक प्रशिक्षणों में मुसलमानों के खिलाफ जो नफ़रत का बीज बोया गया है वह निकालना आसान नहीं है। यदि आप अपने व्यक्त किए गए विचारों के प्रति ईमानदार हैं तो भाजपा में वे सब नेता जिन्होंने निर्दोष मुसलमानों को प्रताड़ित किया है उन्हें उनके पदों से तत्काल हटाने का निर्देश दें। शुरूआत  नरेंद्र मोदी व योगी आदित्यनाथ से करें।' 





राज्यसभा सांसद ने यह भी आरोप लगाया कि संघ प्रमुख की कथनी और करनी में फर्क है। उन्होंने कहा, 'मुझे मालूम है आप नहीं करेंगे क्योंकि आपके कथनी और करनी में अंतर है। आपने सही कहा है की हम पहले भारतीय हैं। लेकिन हुज़ूर अपने शिष्यों को तो पहले समझाएँ। वे मुझे कई बार पाकिस्तान जाने की सलाह दे चुके हैं!! देखते हैं।'



क्या है मामला



दरअसल, मोहन भागवत कल गाजियाबाद में राष्ट्रीय मुस्लिम मंच द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करने पहुंचे थे। यहां उन्होंने कहा की, 'सभी भारतीयों का डीएनए एक है, चाहे वे किसी भी धर्म के हों। हिन्दू-मुस्लिम अलग नहीं हैं, सब एक ही हैं। पूजा करने के तौर-तरीकों के आधार पर भेद नहीं किया जा सकता। हम एक लोकतंत्र में हैं। यहां हिन्दुओं या मुसलमानों का प्रभुत्व नहीं हो सकता। यहां केवल भारतीयों का वर्चस्व हो सकता है।'



लिंचिंग हिंदुत्व के खिलाफ- RSS चीफ



इतना ही नहीं कार्यक्रम के दौरान मोहन भागवत ने भीड़ द्वारा पीट-पीटकर की जाने वाली हत्या (लिंचिंग) में शामिल होने वालों को हिंदुत्व के खिलाफ करार दिया है। संघ प्रमुख ने कहा कि देश में एकता के बिना विकास संभव नहीं। एकता का आधार राष्ट्रवाद होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई हिंदू ये कहता है कि मुस्लिमों का यहां नहीं रहना चाहिए तो वो शख्स हिंदू नहीं है।