नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट के कारण पिछले 40 दिन में 69 लाख लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किए गए नौकरी के पोर्टल पर आवेदन किया, लेकिन उनमें से मात्र 7,700 लोगों को ही रोजगार मिला। नौकरी के लिए आवेदन करने वाले प्रवासी मजदूर हैं। यह पोर्टल 11 जुलाई को लॉन्च किया गया था और मिनिस्ट्री ऑफ स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रोन्योरशिप के अनुसार 14 अगस्त से 21 अगस्त के बीच सात लाख से अधिल लोगों ने नौकरी के लिए आवेदन किया। हालांकि, इनमें से केवल 691 लोगों को ही कोई रोजगार मिला। 

बताया जा रहा है कि इस पोर्टल पर नौकरी के लिए आवेदन करने वालों में केवल प्रवासी मजदूर ही शामिल नहीं हैं। टेलर, इलेक्रट्रीशियन, फिटर, नर्स, सफाईकर्मी और दूसरे तकनीकि कामगारों ने भी इस पोर्टल पर नौकरी के लिए आवेदन किया है। नौकरी खोजने वालों में महिलाओं का हिस्सा 5.4 प्रतिशत है। पोर्टल के मुताबिक कुल 514 कंपनियों ने खुद को रजिस्टर किया है। इनमें से 443 कंपनियों ने 2.92 लाख नौकरियां पोस्ट की हैं, जिनमें से 1.49 लाख नौकरियों की पेशकश की गई है। 

Click CMIE Report: लॉकडाउन से 1.89 करोड़ नौकरियां हुई खत्म

पोर्टल पर मौजूद रोजगार अवसरों में से 73.4 प्रतिशत अवसर लॉजिस्टिक, स्वास्थ्य देखभाल, वित्तीय सेवाएं और बीमा कंपनियों द्वारा पेश किए गए हैं। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली, तेलंगाना और तमिलनाडु से 42.3 प्रतिशत लोगों ने खुद को इस पोर्टल पर रजिस्टर किया है। 

कोरोना वायरस की वजह से करोड़ों लोगों की नौकरियां जा चुकी हैं। जहां एक तरफ असंगठित क्षेत्र में 10 से 12 करोड़ नौकरियां खत्म होने का अनुमान लगाया गया है, वहीं दूसरी तरफ सेंटर फॉर मॉनीटरिंग इंडियन इकॉनमी के मुताबिक लॉकडाउन की वजह से अप्रैल से लेकर जुलाई में 1.89 करोड़ वैतनिक रोजगार खत्म हुए हैं।