नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में सीपीएम ने कांग्रेस के साथ तालमेल करके चुनाव लड़ने का फैसला किया है। अगले साल होने जा रहे राज्य के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ तालमेल के प्रस्ताव को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) की केंद्रीय समिति ने भी मंजूरी दे दी है। ये फैसला 30 और 31 अक्टूबर को हुई सीपीएम की केंद्रीय समिति की बैठक में लिया गया। पिछले विधानसभा चुनाव में सीपीएम की पश्चिम बंगाल इकाई ने कांग्रेस से तालमेल का फैसला किया था, लेकिन पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व इसके पक्ष में नहीं था। 

सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने केंद्रीय समिति के ताज़ा फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि पार्टी ने पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस समेत सभी धर्मनिरपेक्ष दलों के साथ चुनावी तालमेल का फैसला इसलिए किया है, ताकि बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस को हराया जा सके। आपको बता दें, पश्चिम बंगाल में अगले साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं।  सीताराम येचुरी ने ये भी कहा कि असम, केरल और तमिलनाडु में भी उनकी पार्टी धर्मनिरपेक्ष दलों के साथ गठबंधन करेगी। 

सीपीएम महासचिव ने साफ किया कि केरल में उनकी पार्टी पहले की तरह ही एलडीएफ में शामिल रहते हुए कांग्रेस गठबंन के खिलाफ चुनाव लड़ेगी। जबकि तमिलनाडु में सीपीएम डीएमके के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा होगी। सीताराम येचुरी ने कहा कि असम में भी सीपीएम कांग्रेस समेत सभी धर्मनिरपेक्ष दलों के साथ सहयोग करते हुए चुनाव लड़ेगी।