दिल्ली। भारत मे कोरोना संक्रमण के बीच तूफान यास का खतरा मंडरा रहा है। बंगाल की खाड़ी से उठने वाला यह चक्रवाती तूफान पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के तटीय क्षेत्रों में टकरा सकता है। मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि यह तूफान 24 मई तक बड़े चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है।

आईएमडी ने कहा है कि एक निम्न दबाव के क्षेत्र के 23 ​​मई की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य क्षेत्र पर विक्षोभ के रूप में केंद्रित होने की संभावना है। यह उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ सकता है, जो 24 मई तक एक चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है। इसके बाद अगले 24 घंटों में इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।

मौसम विभाग ने कहा है कि यह उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ता रहेगा और आगे गंभीर रूप लेगा। 26 मई की सुबह तक पश्चिम बंगाल के पास बंगाल की उत्तरी खाड़ी और उससे सटे उत्तरी ओडिशा और बांग्लादेश के तटों तक पहुंचने की संभावना है। आईएमडी ने कहा कि 26 मई की शाम के आसपास इसके पश्चिम बंगाल और उससे सटे उत्तरी ओडिशा और बांग्लादेश के तटों को पार करने की बहुत संभावना है।

ज्ञात हो कि पिछले हफ्ते अत्यंत भीषण चक्रवात ताउते गुजरात तट से टकराया और पूरे पश्चिमी तट पर तबाही के निशान छोड़ गया। यह आगे चलकर कमजोर पड़ गया। इसका प्रभाव उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और यहां तक ​​कि पहाड़ी राज्यों उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी महसूस किया गया। अप्रैल-मई और अक्टूबर-दिसंबर की अवधि में प्राय: चक्रवात आते हैं। पिछले साल मई में 2 चक्रवात- अम्फान और निसर्ग भारतीय तटों से टकराए थे।