पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने महागठबंधन को झटका देते हुए एनडीए गठबंधन में शामिल होने का एलान किया है। उन्होंने कहा है कि एचएएम अब एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगा। मांझी ने बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बुधवार को एनडीए में शामिल होने की घोषणा कर सूबे का सियासी पारा बढ़ा दिया है।

मांझी ने मीडिया को बताया है कि जेडीयू के साथ उनकी पार्टी का विलय नहीं होगा बल्कि वह एनडीए गठबंधन के घटक दलों का हिस्सा रहेंगे। इसी के साथ उन्होंने लंबे समय से चल रहे विलय के कयासों पर विराम लगा दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक एनडीए गठबंधन में मांझी ने अपनी पार्टी के लिए 15 से 20 सीटों का दावा किया है वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उन्हें 9 सीटें ऑफर की गई है। हालांकि बकौल मांझी फिलहाल सीटो बंटवारे को लेकर किसी प्रकार की चर्चा नहीं हुई है। उन्होंने कहा, 'हम बिना शर्त के एनडीए का हिस्सा बन रहे हैं। सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर अभी कोई बात नहीं हुई है। सीट बंटवारे को लेकर चर्चा आगे की जाएगी।'

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महागठबंधन में उपेक्षित महसूस कर रहा था

चुनाव के ठीक पहले महागठबंधन छोड़ने को लेकर मांझी ने बताया कि वह महागठबंधन में उपेक्षित महसूस कर रहे थे। उन्होंने कहा, 'महागठबंधन में समन्वय समिति के गठन की मेरी बात नहीं मानी गई। इसलिए हमने उससे अलग होने का फैसला किया। अब हम जेडीयू के साथ मिलजुलकर चुनाव लड़ेंगे। चूंकि नीतीश कुमार एनडीए के साथ हैं इसलिए हम भी एनडीए के पार्टनर हैं। लेकिन हम नीतीश कुमार के नजदीक बने रहेंगे।'

राज्यसभा जा सकते हैं मांझी

विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर मांझी ने कहा कि अगर पार्टी और गठबंधन के नेता चाहेंगे तो मैं जरूर चुनाव लडूंगा। हालांकि मेरा मानना है कि 75 वर्ष की उम्र के बाद इंसान को सक्रिय राजनीति से थोड़ी दूरी बना लेनी चाहिए। बताया जा रहा है कि मांझी ने अपने लिए राज्यसभा की सीट मांगी है जिसके लिए नीतीश कुमार राजी हो गए हैं। बताया जा रहा है कि सीट खाली होते हीं उन्हें जेडीयू कोटे से राज्यसभा भेजा जाएगा।