ईटानगर। भारत के नॉर्थईस्ट के राज्यों में भूकंप का खतरा लगातार बना हुआ है। शुक्रवार और शनिवार के बाद रविवार को देर रात मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में भूकंप के झटके महसूस किए गए। लगातार तीसरे दिन धरती कांपने से लोगों में अफरातफरी मच गई। गनीमत ये रही की भूकंप की तीव्रता कम होने की वजह से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के मुताबिक देर रात 1 घंटे के भीतर दो जगह भूकंप के झटके महसूस किए गए। NCS ने बताया की रात करीब 1:22 बजे मणिपुर के शिरुई गांव में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इसकी तीव्रता रिक्‍टर स्‍केल पर 3.6 मापी गई। इससे पहले अरुणाचल प्रदेश के पांगिन में रात करीब 1:02 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस भूकंप की तीव्रता रिक्‍टर स्‍केल पर 3.1 दर्ज की गई।

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राहत की खबर यह है कि इन दोनों ही जगह अभी तक जान माल के नुकसान होने की खबर नहीं है। हालांकि, वैज्ञानिकों के लिए पूर्वोत्तर के राज्यों में लगातार आ रहे भूकंप चिंता का विषय बना हुआ है। 24 घंटे के भीतर पूर्वोत्तर क्षेत्र में यह पांचवां भूकंप था। इसके पहले असम में शुक्रवार देर रात 4.2 तीव्रता का भूकंप आया था। भूकंप देर रात करीब 1:07 बजे आया और उसका केंद्र सोनितपुर के जिला मुख्यालय तेजपुर के पास 30 किलोमीटर की गहरायी में स्थित था।

असम में शुक्रवार को दो और बार भूकंप आया था जिसमें से एक 4.1 तीव्रता का भूकंप था। इन दोनो भूकंप के केंद्र भी सोनितपुर जिले में थे। असम के अलावा शुक्रवार को मणिपुर के चंदेल जिले में भी तीन तीव्रता का भूकंप आया और 2.6 तीव्रता का एक अन्य भूकंप भी आया जिसका केंद्र मेघालय के पश्चिम खासी हिल्स जिले में था। एक के बाद एक लगातार आ रहे भूकंप को लेकर पूर्वोत्तर के लोगों में दहशत है।