नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए 2 जनवरी को ड्राई रन करने का निर्देश दिया है। इस ड्राई रन का मक़सद वैक्सीन को देश के तमाम इलाक़ों तक पहुँचाने और लोगों का टीकाकरण करने से जुड़े सभी चरणों की पूर्व-तैयारी की अच्छी तरह जाँच करना है। हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में कम से कम तीन जगहों पर ये ड्राई रन किया जाएगा।

कई राज्यों में ऐसे ज़िलों को भी ड्राई रन में शामिल किया जाएगा जहां पहुँचना मुश्किल होता है और जिनके पास लॉजिस्टिक्स से जुड़ी अच्छी सुविधाएँ मौजूद नहीं हैं। इसका मक़सद ये देखना होगा कि ऐसे इलाक़ों में वैक्सीन‌ किस तरह पहुँचाई जा सकती है और उसे सही ढंग से लोगों को कैसे लगाया जा सकता है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों से कहा है कि वे नए साल के सेलिब्रेशन पर कड़ाई से नज़र रखें ताकि उनकी वजह से कोरोना इंफ़ेक्शन के तेज़ी से फैलने का ख़तरा न बढ़े। वैसे भी ठंड के मौसम में कोरोना का इंफ़ेक्शन फैलने की आशंका अधिक होती है, जिसके चलते भीड़भाड़ से बचने की हिदायत दी गई है।

कोरोना के नए स्ट्रेन की वजह से भी पिछले कुछ दिनों से ज्यादा सावधानी बरतने पर ज़ोर दिया जा रहा है। दिल्ली सरकार ने कोरोना के नए स्ट्रेन के खतरे और नए साल के जश्न में होने वाली भीड़ को देखते हुए 31 दिसंबर और 1 जनवरी का नाइट कर्फ्यू लगा दिया है। यह कर्फ्यू रात 11 बजे से सुबह 6.00 बजे तक रहेगा। ब्रिटेन और भारत के बीच फ़्लाइट्स को पहले ही 7 जनवरी तक के लिए स्थगित किया जा चुका है। सरकार का कहना है कि इस डेडलाइन के बाद भी उड़ान को बेहद कड़ी शर्तों और निगरानी में ही फिर से शुरू किया जाएगा। यही वजह है कि दिल्ली में दो दिन के लिए रात का कर्फ़्यू लगा दिया गया है। 

वैसे, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के नाम अपनी चिट्ठी में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने लिखा है कि पिछले साढ़े तीन महीनों के दौरान देश में कोरोना के एक्टिव केस लगातार घटते रहे हैं। भारत में अब तक कोरोना के 1 करोड़ 2.66 लाख मामले सामने आ चुके हैं। बुधवार को इंफ़ेक्शन के 21,822 नए मामले सामने आए जबकि 299 लोगों की मौत हो गई। बुधवार को रिकवरी के मामलों की संख्या 26,000 रही, जिसके बाद बाद देश में एक्टिव केस की संख्या 2 लाख 57 हज़ार है।