नई दिल्ली/श्रीनगर। गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक होने से पहले जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कुछ ऐसा कहा है जिससे विवाद बढ़ सकता है। बैठक में शामिल होने से पहले महबूबा ने कहा है कि भारत सरकार को जम्मू कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान के साथ भी बातचीत करनी चाहिए। महबूबा ने कहा है कि जब सरकार तालिबान से बात कर सकती है तो पाकिस्तान से क्यों नहीं? 

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पूरे क्षेत्र में शांति है ज़रूरी 
महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि इस समय पूरे क्षेत्र में शांति स्थापित करना ही प्राथमिकता में होना चाहिए। पीडीपी नेता ने कहा है कि सरकार हमसे बात कर रही है।जम्मू कश्मीर के सभी राजनीतिक दलों के साथ बातचीत करने के साथ साथ सरकार को पाकिस्तान के साथ भी बातचीत करनी चाहिए ताकि इस पूरे क्षेत्र में शांति बहाल की जा सके। महबूबा मुफ्ती ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के मुद्दे पर कहा कि कश्मीर की आवाम से उसका हक़ छीना गया। 

हम आसमान के तारे नहीं मांगेंगे 

दरअसल महबूबा मुफ्ती का यह बयान मंगलवार को गुपकार गठबंधन की बैठक के ठीक बाद आया है। बैठक में शामिल गुपकार के प्रवक्ता युसूफ तारीगामी ने कहा है कि बैठक में हम कोई आसामान के तारे नहीं मांगेंगे। प्रवक्ता ने कहा कि हम बैठक में अनुच्छेद 370 का मुद्दा पुरज़ोर ढंग से उठाएंगे। हम वही मांगेंगे जो कश्मीर की आवाम का हक है।  

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दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार 24 जून को जम्मू कश्मीर के सभी राजनीतिक दलों के साथ राज्य के अंदरूनी मसले पर चर्चा करने के लिए बैठक बुलाई है। पीएम के साथ होने वाली इसी बैठक के सिलसिले में गुपकार गठबंधन के नेताओं ने बैठक की थी। बैठक में गुपकार गठबंधन ने एक स्वर में पीएम के साथ होने वाली बैठक में शामिल होने को लेकर रज़ामंदी जताई।