देवास। मध्य प्रदेश के देवास जिले के सतवास क्षेत्र में बुधवार को अतिक्रमण हटाने के लिए एक टीम पहुंची। लेकिन उनके पहुंचते ही एक पति-पत्नी ने खुद को आग लगा ली। घटना में दोनों गंभीर रूप से झुलस गए। बाद में उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद इंदौर रेफर कर दिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने सतवास तहसीलदार को तत्काल प्रभाव से कलेक्टर कार्यालय में अटैच कर दिया है।

घटना सतवास बस स्टैंड क्षेत्र की है। अतिक्रमण हटाने के दौरान दंपती द्वारा आत्मदाह की कोशिश की खबर फैलते ही इलाके में आक्रोश फैल गया। नाराज लोगों ने सतवास थाने के सामने चक्काजाम कर दिया। इसकी वजह से करीब तीन किलोमीटर तक वाहनों की लंबी लाइन लग गई। मौके पर पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया।

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जानकारी के अनुसार, सतवास बस स्टैंड पर स्टेशनरी और फोटोकॉपी की दुकान चलाने वाले संतोष व्यास एक कॉलोनी में मकान बनवा रहे थे। प्रशासन को इस निर्माण को लेकर अतिक्रमण की शिकायत मिली थी। इसी शिकायत के आधार पर बुधवार को तहसीलदार अरविंद दिवाकर जेसीबी मशीन के साथ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के लिए मौके पर पहुंचे थे।

कार्रवाई के दौरान संतोष व्यास और उनकी पत्नी जयश्री व्यास की तहसीलदार से तीखी बहस हो गई। विवाद बढ़ते-बढ़ते दंपती ने अचानक तहसीलदार और मौके पर मौजूद अमले के सामने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। आसपास मौजूद लोगों और प्रशासनिक अमले ने तुरंत आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन तब तक दोनों गंभीर रूप से झुलस चुके थे।

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घटना के बाद गुस्साए स्थानीय लोगों ने सतवास बस स्टैंड स्थित थाने के सामने चक्काजाम कर दिया और तहसीलदार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस अधिकारियों को घेरकर प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। लोगों का कहना है कि अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम ने परिवार से पैसे की मांग की थी और कथित तौर पर उन्हें डराया-धमकाया गया था जिससे यह स्थिति बनी।

झुलसे दंपती को पहले सतवास में प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया गया। हालत गंभीर होने पर दोनों को इंदौर के लिए रेफर किया गया है। वहीं, व्यास परिवार ने प्रशासनिक कार्रवाई को अवैधानिक बताया है। परिवार का आरोप है कि जिस भवन का निर्माण किया जा रहा था उसके लिए पहले ही सभी जरूरी अनुमतियां ली जा चुकी थीं और इसके बावजूद कार्रवाई की गई।

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दूसरी ओर सतवास तहसीलदार अरविंद दिवाकर का कहना है कि यह कार्रवाई एसडीएम के आदेश पर नाली पर हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए की जा रही थी। उनके अनुसार, इससे पहले एक अन्य परिवार ने स्वेच्छा से अतिक्रमण हटा लिया था। व्यास परिवार के यहां कार्रवाई के दौरान अचानक दंपती ने पेट्रोल डालकर आग लगा ली। तहसीलदार के मुताबिक, मौके पर मौजूद लोगों और अमले ने तुरंत आग बुझाई और दोनों को अस्पताल पहुंचाया।

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