हरिद्वार। उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के लक्सर क्षेत्र में बुधवार 24 दिसंबर को कोर्ट पेशी के लिए ले जाए जा रहे कुख्यात बदमाश विनय त्यागी पर बदमाशों ने दिनदहाड़े ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस हमले में विनय त्यागी को दो गोलियां लगीं जबकि उसकी सुरक्षा में तैनात दो पुलिस कॉन्स्टेबल भी गोली लगने से घायल हो गए। अचानक हुई इस घटना से पूरे इलाके में अफरा-तफरी और दहशत का माहौल बन गया है।

जानकारी के अनुसार, स्पेशल पुलिस टीम विनय त्यागी को रुड़की जेल से लक्सर कोर्ट में पेशी के लिए लेकर जा रही थी। जैसे ही पुलिस वाहन लक्सर फ्लाईओवर के पास पहुंचा। पहले से घात लगाए बाइक सवार बदमाशों ने जाम का फायदा उठाकर अचानक फायरिंग शुरू कर दी। गोलीबारी इतनी तेज थी कि कुछ ही पलों में मौके पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई और राहगीरों में दहशत फैल गई।

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हमले के दौरान बदमाशों ने विनय त्यागी के पैर में गोली मारी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं, जवाबी कार्रवाई के दौरान उसकी सुरक्षा में तैनात दो पुलिस कॉन्स्टेबल भी गोली लगने से जख्मी हो गए। पुलिस ने तुरंत मोर्चा संभालते हुए फायरिंग का जवाब दिया लेकिन बदमाश मौके का फायदा उठाकर बाइक से फरार हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हमलावरों की संख्या दो से तीन बताई जा रही है।

घटना के तुरंत बाद घायल बदमाश और दोनों पुलिसकर्मियों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद विनय त्यागी की हालत गंभीर होने पर उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। जबकि, दोनों घायल पुलिसकर्मियों की स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। इस दौरान घटनास्थल पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया।

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फायरिंग की सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और पूरे हरिद्वार जिले में नाकेबंदी कर चेकिंग अभियान शुरू कर दिया है। लक्सर और आसपास के सीमावर्ती क्षेत्रों में पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। सड़कों पर आने-जाने वाले वाहनों की तलाशी ली जा रही है। वहीं, घटनास्थल से कारतूस के खोखे बरामद किए गए हैं। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है।

इस मामले पर हरिद्वार के एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह हमला पूरी तरह प्लैनड लग रहा है। बदमाशों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए विशेष पुलिस टीमें गठित कर दी गई हैं। साथ ही पेशी के दौरान की गई सुरक्षा व्यवस्था की भी गहन जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं किसी स्तर पर लापरवाही तो नहीं हुई।

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