नई दिल्ली। गुरुवार शाम को राजधानी दिल्ली में हिंदू सेना ने बखेड़ा खड़ा कर दिया। सेंट्रल दिल्ली के अकबर रोड पर हिंदू सेना ने हेमू विक्रमादित्य मार्ग का पोस्टर लगा दिया। लेकिन जैसे ही सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, पुलिस को आता देख हिंदू सेना दुम दबाकर भाग खड़ी हुई। 

बीती शाम हिंदू सेना के कुछ लोग अकबर रोड पर पहुंचे थे। उन्होंने साइन बोर्ड पर सम्राट हेमू विक्रमादित्य की तस्वीर चस्पा कर दी। इसके साथ ही उन्होंने साइन बोर्ड के ऊपर सम्राट हेमू विक्रमादित्य मार्ग लिखा हुआ पोस्टर चस्पा कर दिया। इतना ही नहीं एक झूठी जानकारी भी चस्पा की गई। साइन बोर्ड पर लिखा गया कि 7 नवंबर को सम्राट विक्रमादित्य ने अकबर को हरा कर दिल्ली के तख्त पर कब्जा किया था।जबकि इतिहास के पन्नों पर यही दर्ज है कि अकबर ने लगभग पांच दशक तक शासन किया। 

 हिंदू सेना की मांग थी कि इस रोड का नाम बदलकर सम्राट विक्रमादित्य मार्ग किया जाना चाहिए। क्योंकि सड़कों का नाम किसी मुगल अक्रांता के नाम पर नहीं हो सकता।पोस्टर चस्पा करने वालों में शामिल हिंदू सेना के सदस्य विष्णु गुप्ता का सम्राट विक्रमादित्य के बारे में कहना था कि 350 साल बाद देश में मुगलों को हराकर कोई हिंदू राजा शासक बना था। इसलिए इस मार्ग का नाम सम्राट विक्रमादित्य के नाम पर होना चाहिए। लेकिन हिंदू सेना की यह दादागारी उसी दौरान फुस्स हो गई, जब घटनाक्रम की सूचना मिलने पर पुलिस साइन बोर्ड की ओर आने लगी। पुलिस को आता देख हिंदू संगठन के सभी कार्यकर्ता मौके से फरार हो गए। 

अकबर रोड दिल्ली के सबसे वीवीआईपी इलाकों में से एक है। इसी जगह पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियों के मुख्यालय हैं। यह दिल्ली के व्यस्ततम इलाकों में से एक है। दिल्ली पुलिस द्वारा अब तक किसी तरह की कार्रवाई की जानकारी नहीं है। जल्द ही इस मामले पर विवाद बढ़ने की आशंका है। तीन साल पहले भी हिंदू सेना ने ही अकबर रोड के साइन बोर्ड पर महाराणा प्रताप मार्ग का पोस्टर चिपका दिया था।