नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी निवेशकों को रक्षा, बीमा, स्वास्थ्य और कृषि समेत विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि भारत में खुलेपन, अवसरों और विकल्पों का बढ़िया मेल उपलब्ध है। दोनों देश कोरोना वायरस महामारी के बाद दुनिया को फिर से पटरी पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

अमेरिका-भारत व्यापार परिषद द्वारा आयोजित ‘इंडिया आइडियाज शिखर सम्मेलन’ को वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिए संबोधित करते हुए उन्होंने वैश्विक अर्थव्यवस्था के मौजूदा संकट का जिक्र करते हुए कहा कि दक्षता और अनुकूलतम उपयोग पर जरूरत से ज्यादा ध्यान देना विश्व अर्थव्यवस्था के के रास्ते में रुकावट बन सकता है। इसकी जगह उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण जो संकट पैदा हुआ है, उसका सामना बेहतर वित्तीय प्रणाली और विविधीकृत अंतरराष्ट्रीय व्यापार के साथ साथ घरेलू विनिर्माण क्षमता में सुधार के जरिए किया जा सकता है।उन्होंने कहा, ‘‘भारत में कई अवसर मौजूद हैं। वैश्विक अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए जो कुछ चाहिए, वह हमारे पास है।’’

मोदी ने अपने संबोधन में स्वास्थ्य से लेकर ऊर्जा, रक्षा, बीमा और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में अमेरिकी निवेश का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि देश दुनिया के साथ व्यापार करने के लिए पूरी तरह खुला है।

उन्होंने भारत और अमेरिका को एक स्वभाविक मित्र बताते हुए कहा, ‘‘अमेरिका-भारत भागीदारी ने पिछले समय में कई ऊंचे आयाम तय किए हैं और अब समय आ गया है कि यह भागीदारी दुनिया को महामारी के बाद पटरी पर लाने में अहम भूमिका निभाए।’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘अमेरिका और भारत की भागीदारी के बराबर की भागीदारी बहुत कम ही हैं।भारत और अमेरिका दो जीवंत लोकतांत्रिक देश हैं जिनके मूल्य एक जैसे हैं। हम एक स्वभाविक भागीदार हैं।’’

प्रधानमंत्री ने अमेरिकी निवेश का आह्वान करते हुए कहा कि भारत को महामारी के दौरान 20 अरब डॉलर से अधिक निवेश मिला। अमेरिकी निवेशक प्राय: किसी क्षेत्र या देश में प्रवेश के लिए सही समय को देखते हैं। उनके लिये मैं कहना चाहूंगा कि भारत में निवेश के लिए इससे बेहतर समय कभी नहीं रहा।

देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 31 मार्च 2020 को समाप्त वित्त वर्ष में 74 अरब डॉलर रहा जो इससे पहले के वित्त वर्ष के मुकाबले 20 प्रतिशत अधिक है। हालांकि, मार्च के अंत में ही लॉकडाउन लगा और उसके बाद आर्थिक परिस्थितियां काफी बदल गई हैं।

मोदी ने कहा कि बीमा क्षेत्र में एफडीआई सीमा बढ़ाकर 49 प्रतिशत किया गया है जबकि बीमा मध्यस्थों में 100 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति है।

उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष क्षेत्र को निजी क्षेत्र के लिये खोला गया है, रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा बढ़ाकर 74 प्रतिशत किया गया है।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारत ने रक्षा उकपरणों... के उत्पादन के लिये दो रक्षा गलियारा स्थापित किया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘नागर विमानन अन्य क्षेत्र हैं जहां वृद्धि की काफी संभावना है। अगले आठ साल में हवाई यात्रियों की संख्या दोगुनी से भी अधिक होने की संभावना है...।’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारत को आपको स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश का न्यौता देता है। देश स्वास्थ्य क्षेत्र 22 प्रतिशत की दर से वृद्धि कर रहा है। हमारी कंपनियां चिकित्सा प्रौद्योगिकी के उत्पादन, टेलीमेडिसिन जैसे क्षेत्रों में आगे बढ़ रही हैं।’’

मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने हाल में कृषि क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधार किया है और अब इसमें कृषि कच्चे माल और मशीनरी, आपूर्ति व्यवस्था प्रबंधन, खाने के लिये पके-पकाये सामान , मत्स्यन और जैविक उपज में निवेश के काफी अवसर हैं। उन्होंने कहा कि पिछले छह साल में अर्थव्यवस्था को और खोला गया है और सुधारों को तीव्र गति से आगे बढ़ाया गया है।