नई दिल्ली। देशभर में आज से 12 से 14 साल के बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगना शुरू हो गया है। इसके अलावा 60 प्लस आयु के सभी लोग भी बूस्टर डोज ले सकते हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग ने प्रीकॉशन डोज़ देने के लिए अब तक लागू को-मॉरबिडिटी वाली शर्त को बुधवार से खत्म कर दिया गया है, नतीजतन अब देश का हर वरिष्ठ नागरिक प्रीकॉशन डोज़ लगवा सकेंगे।



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12-14 आयुवर्ग के बच्चों और 60 के ऊपर के सभी नागरिकों से टीकाकरण कराने का आग्रह किया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि, 'अपने नागरिकों को टीका लगाने के भारत के प्रयासों में आज का दिन एक महत्वपूर्ण दिन है। हमने वैक्सीन मैत्री कार्यक्रम के तहत कई देशों को टीके भेजे। मुझे खुशी है कि भारत के टीकाकरण प्रयासों ने कोरोना के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को और मजबूत बना दिया है। आज भारत में कई मेड इन इंडिया टीके हैं। हम इस घातक महामारी से लड़ने के लिए बेहतर स्थिति में हैं।'





स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशानिर्देशों अनुसार निर्देश के अनुसार, 12 से 14 साल तक के बच्चों को जो टीका लगाया जाएगा, वह हैदराबाद स्थित बायोलॉजिकल ईवान्स द्वारा निर्मित कॉरबीवैक्स (Corbevax) होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इससे पहले भी कहा था कि 12 से 14 साल तक के बच्चों को सिर्फ कॉरबीवैक्स ही लगाया जाएगा।



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स्वास्थ्य विभाग ने बताया है कि यह वैक्सीन मांसपेशियों में दी जाती है, और इसकी दो डोज़ 28 दिन के अंतराल पर दी जाएंगी। केंद्र ने मंगलवार को जानकारी दी कि 14 से 15 साल तक की उम्र के बच्चों को 15 से 18 साल तक की उम्र के बच्चों के वैक्सीनेशन के दौरान ही कवर किया जा रहा है। COVID-19 के खिलाफ कोवैक्सीन तथा कोविशील्ड  के बाद कॉरबीवैक्स देश में तीसरी वैक्सीन है, और वह हर उस वैक्सीनेशन सेंटर पर उपलब्ध होगी, जहां निशुल्क वैक्सीनेशन किया जा रहा है।