नई दिल्ली। भारतीय सेना द्वारा रक्षा मंत्रालय को भेजी गई एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि सेना आयुध निर्माणी बोर्ड से बेहद नाराज है। सेना की नाराजगी की वजह बोर्ड द्वारा पिछले छह सालों में भेजा गया खराब गोला बारूद है। सेना ने इस खराब गोला बारूद पर 960 करोड़ रुपये खर्च किए जबकि इतने पैसों में मीडियम रेंज की करीब 100 तोप खरीदी जा सकती थीं।     

आयुध निर्माणी बोर्ड रक्षा मंत्रालय के तहत काम करता है। यह भारतीय सेना के लिए हथियार निर्माण का कार्य देखता है। सेना ने जिस गोला बारूद की शिकायत की है, उसमें 23 मिलीमीटर के डिफेंस और आर्टिलरी शेल्स शामिल हैं। साथ ही अलग-अलग आकार की गोलियों और 125 मिलीमीटर टैंक के राउंड्स शामिल हैं। 

सेना ने अपनी आंतरिक रिपोर्ट में कहा है कि इस खराब गोला बारूद से सेना को केवल आर्थिक नुकसान ही नहीं हुआ है बल्कि इसकी वजह से कई सैनिकों ने अपनी जान भी गंवाई है। सेना का कहना है कि खराब गोला बारूद की वजह से हर सप्ताह कम से कम एक दुर्घटना होती है, जिसमें सैनिक घायल हो जाते हैं। 

सेना ने बताया कि 2014 से लेकर अब तक इस तरह की 403 दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। हालांकि, साल दर साल इनमें कमी आई है। इन दुर्घटनाओं की वजह से अब तक 127 सैनिक मारे जा चुके हैं, जबकि 159 बुरी तरह से घायल हुए। सेना की यह आंतरिक रिपोर्ट ऐसे समय में सामने आई है, जब चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में तनाव बना हुआ है।