नई दिल्ली। ऑक्सीजन की कमी से देश की राजधानी दिल्ली के जयपुर गोल्डन अस्पताल में भर्ती 20 मरीजों की मौत हो गई। इस समय अस्पताल ऑक्सीजन की किल्लत से जूझ रहा है। अस्पताल में महज़ आधे घंटे की ऑक्सीजन बची हुई है। अस्पताल में इस समय 200 मरीज़ भर्ती हैं। ऑक्सीजन की कमी होने के कारण 200 मरीजों की ज़िन्दगी खतरे में है।

जयपुर गोल्डन अस्पताल के अलावा बत्रा अस्पताल की हालत भी बेहद खराब है। अस्पताल में इस समय लगभग 350 मरीज़ भर्ती हैं। जिसमें 48 मरीज़ इस समय आईसीयू में भर्ती हैं। अस्पताल प्रबंधन ने कहा है कि एक दिन में अस्पताल को 1 हज़ार लीटर ऑक्सीजन की ज़रूरत होती है। जबकि अभी अस्पताल को केवल 500 लीटर ऑक्सीजन ही मुहैया हो पाई है। 

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ऑक्सीजन टैंकर न पहुंचने की वजह से गंगाराम अस्पताल की हालत भी काफी नाज़ुक बनी हुई थी। अस्पताल में कोरोना के 500 से अधिक मरीज़ भर्ती हैं। जिसमें 140 मरीजों को तत्काल हाई लेवल ऑक्सीजन की दरकार थी। ऑक्सीजन टैंकर गंगाराम अस्पताल में ऐन मौके पर पहुंच गया, जिस वजह से मरीजों की ज़िंदगियों को बचा लिया गया। 

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इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को ही प्रधानमंत्री मोदी के साथ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में कहा था कि दिल्ली के हालात बेकाबू हैं। दिल्ली को मुहैया कराई जाने वाली ऑक्सीजन को बीच रास्ते में रोका जा रहा है। अगर जल्द ही दिल्ली तक ऑक्सीजन नहीं पहुंची तो ऐसी स्थिति में हालात बद से बदतर हो सकते हैं। केजरीवाल ने दिल्ली में किसी बड़ी अनहोनी को रोकने के लिए जल्द से जल्द ऑक्सीजन मुहैया कराने की मांग की थी।