श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने आरोप लगाया है कि पार्टी प्रमुख फारूक अब्दुल्ला को आज हजरतबल की दरगाह तक जाने से रोक दिया गया। आज देश भर में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का त्योहार मनाया जा रहा है, ऐसे में फारूक अब्दुल्ला दरगाह जाना चाहते थे। बता दें कि कुछ दिन पहले ही फारूक अब्दुल्ला को नजरबंदी से मुक्त किया गया था, जिसके बाद से वो लगातार बैठकें कर रहे हैं। ऐसे में आज उन्हें दरगाह जाने के रोके जाने को लेकर ऐसी आशंकाएं भी उठ रही हैं कि क्या सरकार फिर से उन्हें पाबंदी में रखना चाहती है।

शुक्रवार को पार्टी की ओर से आरोप लगाया गया कि नमाज करना मौलिक अधिकार है, इसके बावजूद फारूक अब्दुल्ला को प्रशासन हजरतबल दरगाह नहीं जाने दे रहा है। महबूबा मुफ्ती ने भी फारूक अब्दुल्ला को रोके जाने की निंदा की है। इसी बीच, शुक्रवार को ही पीपुल्स एलायंस फॉर गुपकार डेक्लेरेशन के नेताओं ने कारगिल का दौरा किया। कारगिल के द्रास इलाके में उमर अब्दुल्ला, गुलाम नबी लोन, नासिर आलम और मुजफ्फर शाह समेत अन्य कई नेता पहुंचे। यहां पर पार्टी के स्थानीय नेताओं के साथ मुलाकात होगी और फिर गुपकार समझौते को लेकर बैठक की जाएगी। 

आपको बता दें कि इससे पहले गुरुवार को पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती को भी दोबारा हिरासत में लिया गया था। केंद्र सरकार ने हाल ही में एक कानून को मंजूरी दी है, जिसके तहत अब देश का कोई भी नागरिक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख में जमीन खरीद सकता है। इसका जम्मू-कश्मीर के स्थानीय दल विरोध कर रहे हैं। गुरुवार को श्रीनगर में पीडीपी कार्यकर्ताओं ने इस कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इसी प्रदर्शन में हिस्सा लेने और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के लिए जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती जा रही थीं, लेकिन प्रशासन ने उन्हें जाने नहीं दिया।