कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में डाक विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। कानपुर के प्रधान डाकघर ने कुख्यात अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के नाम से डाक टिकट जारी कर दिया है। इतना ही नहीं डाक विभाग ने पूर्वांचल के कुख्यात माफिया मुन्ना बजरंगी के नाम से भी डाक टिकट निकाला है। इन दोनों अपराधियों के नाम डाक टिकट मोदी सरकार की माय स्टैंप योजना के तहत जारी किए गए हैं।
देश में अबतक महान विभूतियों, उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों, देश के महान संस्कृति को प्रदर्शित करने वाले स्मारकों व धरोहरों के नाम पर ही डाक टिकट छपते थे। ऐसे में छोटा राजन और मुन्ना बजरंगी जैसे अपराधियों के नाम पर डाक टिकट जारी किए जाने से लोग हैरान हैं। डाक विभाग में इसे लेकर खलबली मच गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों बदमाशों के नाम से पांच-पांच रुपए के 12-12 डाक टिकट जारी किए गए हैं।
यह गड़बड़ी इसलिए हुई क्योंकि टिकट छापने से पहले न तो फोटो की पड़ताल की गई और न किसी तरह का प्रमाणपत्र मांगा गया। बताया जा रहा है कि एक युवक ने छोटा राजन (राजेंद्र सदाशिव निखलजे) और मुन्ना बजरंगी (प्रेमप्रकाश सिंह ) की फोटो देकर ताजमहल के टिकट के ऊपर फोटो लगवाकर माई स्टैंप जारी करने के लिए आवेदन किया था। इसके बाद युवक ने माई स्टैंप कॉर्नर में फॉर्म में अपना नाम, पता और मोबाइल नंबर लिखकर डाक विभाग में जमा किया और एक घंटे में टिकट के ऊपर फोटो छापकर स्टैंप बनाकर उसे दे दिया गया। इस काम के लिए उससे बाकायदा 600 रुपए भी लिए गए।
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इस बात पर हंगामा बढ़ने के बाद कानपुर परिक्षेत्र के पोस्ट मास्टर जनरल ने इसे विभागीय चूक मानते हुए जिम्मेदार कर्मचारी को नोटिस जारी करके जवाब मांगने की बात कही है। लेकिन सवाल यह है कि इस वाकये के लिए सिर्फ एक दो व्यक्ति जिम्मेदार हैं या पूरा सिस्टम? बता दें कि अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन अभी तिहाड़ जेल में बंद है और उसे मौत की सजा मिली हुई है। मुन्ना बजरंगी की बागपत की एक जेल में गोली मारकर हत्या की जा चुकी है।
क्या है माय स्टैंप योजना
केंद्र की मोदी सरकार ने साल 2017 में माय स्टैंप योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत कोई भी व्यक्ति अपनी फोटो डाक टिकट पर छपवा सकता है। इसके लिए 300 रुपए शुल्क के रूप में लिए जाते हैं और 12 टिकट जारी किए जाते हैं। यह टिकट अन्य टिकटों की तरह ही मान्य भी होते हैं और इसे लगाकर आप देश के किसी भी कोने में पोस्ट भेज सकते हैं। इसके लिए शर्त सिर्फ यह है कि फोटो वाला डाक टिकट सिर्फ जीवित व्यक्ति का ही जारी होगा।