करनाल। हरियाणा पुलिस ने करनाल में प्रदर्शनकारी किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया है। पुलिस के इस लाठीचार्ज में कई किसान  बुरी तरह से जख्मी हो गए हैं। पुलिस के लाठीचार्ज के विरोध में किसानों ने हरियाणा प्रशासन खिलाफ दिल्ली और चंडीगढ़ जाने वाले तमाम हाईवे जाम कर दिये हैं।



विपक्ष खट्टर सरकार पर किसानों के खिलाफ षड्यंत्र रचने का आरोप लगा रहा है। इस बीच करनाल के एसडीएम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वे पुलिस के जवानों को प्रदर्शनकारियों के सिर फोड़ डालने के लिए हुक्म देते नजर आ रहे हैं।



रिपोर्ट्स के मुताबिक शनिवार को किसानों का एक जत्था करनाल स्थित बस्ताड़ा टोल प्लाजा पर प्रदर्शन कर रहा था। इसी दौरान करनाल प्रशासन ने किसानों के ऊपर लाठीचार्ज कर दिया। जिसमें किसानों को गंभीर रूप से चोटे आईं।



किसानों पर लाठीचार्ज के पीछे कारण यह बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी किसानों ने बस्ताड़ा टोल प्लाजा पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ के काफिले को काले झंडे दिखाकर रोकने की कोशिश की। इसके साथ ही प्रदर्शनकारी बीजेपी कार्यकारिणी के बैठक स्थल पर प्रदर्शन करने जा रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने किसानों को घेरकर लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया। जिसमें किसान बुरी तरह से जख्मी हो गए। 




किसानों के खिलाफ प्रशासन द्वारा अपनाए गए इस बर्बरतापूर्ण रवैए के खिलाफ किसानों ने हाईवे जाम कर दिए हैं। वहीं किसानों के खिलाफ की गई बर्बरता के खिलाफ समूचा विपक्ष एकजुट हो गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसानों के खिलाफ हुई इस बर्बरता का विरोध करते हुए कहा है कि फिर से खून बहाया है किसान का, शर्म से सिर झुकाया हिंदुस्तान का। वहीं कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि सड़कों पर बहते किसानों के शरीर से रिसते खून को आने वाली तमाम नस्लें याद रखेंगी।




दूसरी तरफ करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें वे पुलिसकर्मियों को प्रदर्शनकारियों के सिर फोड़ने का आदेश देते सुनाई दे रहे हैं। वीडियो में आयुष सिन्हा पुलिस के जवानों को कह रहे हैं कि अगर कोई भी व्यक्ति बैरिकेडिंग तक पहुंचने की कोशिश करता है तो सिर फोड़ देना। अगर कोई भी प्रदर्शनकारी यहां पहुंचता है बिना किसी आदेश का इंतजार किए सिर फोड़ देना।





एसडीएम का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। रणदीप सुरजेवाला ने एसडीएम के वायरल वीडियो पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि एसडीएम का यह आदेश किसानों पर हमला करने के खट्टर सरकार के षड्यंत्र की गवाही दे रहा है। खुद बीजेपी नेता वरुण गांधी ने एसडीएम के इस बयान की निंदा करते हुए कहा है कि मैं उम्मीद करता हूं कि ये वीडियो एडिटेड होगा और डीएम ने ऐसा नहीं कहा होगा। अन्यथा देश के नागरिकों पर इस तरह की कार्रवाई लोकतांत्रिक भारत में किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं है।