नई दिल्ली/बेंगलुरु। कर्नाटक सरकार में स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर महिलाओं को लेकर दिए अपने एक बयान के कारण विवादों में फंस गए हैं। बीजेपी नेता के सुधाकर ने कहा है कि ज्यादातर मॉडर्न महिलाएं सिंगल रहना चाहती हैं, वो बच्चे पैदा नहीं करना चाहतीं। बच्चा अभी अगर पैदा करना है तो वे इसके लिए सरोगेसी का सहारा लेती हैं। 



पीएम सिंगल रह सकते हैं लेकिन देश की महिलाएं नहीं



बीजेपी नेता के सुधाकर के इस बयान को महिला विरोधी करार दिया जा रहा है। के सुधाकर का यह बयान सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स के सुधार सहित पूरी बीजेपी को निशाने पर ले रहे हैं। सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिंगल रहने में किसी को आपत्ति नहीं है, लेकिन देश की महिलाएं अगर अपनी मर्ज़ी से सिंगल रहना चाहें तो यह बात भाजपाइयों को खटक रही है। 





इसके साथ ही सोशल मीडिया यूजर्स बीजेपी नेता के सुधाकर के इस बयान के जरिए बीजेपी की मानसिकता पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। यूजर्स का कहना है कि बीजेपी के अधिकतर नेताओं की मानसिकता महिला विरोधी है। जाने अंजाने में उनकी यह मानसिकता उजागर हो ही जाती है। वे खुद सार्वजनिक स्थलों पर विवादित बयान देकर खुद को और अपनी पार्टी को एक्सपोज कर देते हैं।



कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने भी बीजेपी नेता के बयान की आलोचना की है। कांग्रेस नेता ने कहा है कि ये लोग महिला सशक्तिकरण के बड़े बड़े वादे करते हैं लेकिन इनकी असली मानसिकता यही है। जो कि समय समय पर उजागर हो जाती है।





क्या कहा था के सुधाकर ने 



के सुधाकर रविवार को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। के सुधाकर ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि ग्रैंड पैरेंट्स की बात तो छोड़ दीजिए हम अपने माता पिता के साथ भी नहीं रहना चाहते। यह कहने के लिए माफी चाहता हूं लेकिन आज के वक्त में भारत की बहुत मॉडर्न महिलाएं सिंगल रहना चाहती हैं। 



बीजेपी नेता यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि अगर वे शादी भी कर लेती हैं, तब भी वे बच्चे को जन्म देना नहीं चाहती। वे सरोगेसी चाहती हैं। बीजेपी नेता ने कहा कि हमारी सोच में बहुत बड़ा शिफ्ट आया है।