नई दिल्ली। बाबा रामदेव एक बार फिर अपने विवादित बयानों के चलते निशाने पर हैं। रामदेव ने एक बार फिर विवादास्पद बयान देते हुए कहा है कि देश में लाखों लोगों की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण नहीं बल्कि उन्हें दी गईं एलोपैथिक दवाओं के कारण हुई है। बाबा रामदेव का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिस वजह से रामदेव को एक बार फिर अपने बेतुके बयान के लिए निशाना बनाया जा रहा है। 



दरअसल रामदेव अपने इस वायरल वीडियो में यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि कोरोना इलाज के लिए उपयोग में लाई जाने वाली सभी दवाइयां और इंजेक्शन अपना प्रभाव दिखाने में नाकाम साबित हुईं। पहले मरीजों को प्लाज्मा दिया गया लेकिन यह भी मरीजों के काम नहीं आ सका। रामदेव ने कहा कि लाखों लोगों की मौत भी कोरोना की इन्हीं एलोपैथिक दवाइयों के कारण हुई। 



रामदेव का यह वीडियो बीते बुधवार का बताया जा रहा है। जिसमें रामदेव कह रहे हैं कि कोरोना मरीजों के बुखार को कम करने के लिए अभी भी एलोपैथिक दवाइयां दी जा रही हैं। इससे मरीजों के शरीर का तापमान तो घट जा रहा है, लेकिन मरीजों के शरीर के अंदर मौजूद बैक्टीरिया पर इन दवाओं का असर नहीं पड़ रहा है। रामदेव ने कहा कि मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं बल्कि उनके इलाज के लिए जो एलोपैथिक दवाईयां दी गईं, इस कारण ही लाखों मरीजों की मौत हुई। 





फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने भी बाबा रामदेव का वीडियो साझा किया है। विनोद कापड़ी ने कहा है कि ऐसी भ्रामक और मेडिकल साइंस का अपमान फैलाने वाली जानकारी फैलाने वाले रामदेव के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। विनोद कापड़ी ने अपने ट्विटर हैंडल पर वीडियो साझा करते हुए कहा, '“ लाखों लोगों की मौत Allopathy दवा खाने से हुई है “ : रामदेव का ये दावा ना सिर्फ़ चौंकाने वाला है बल्कि भ्रामक, गुमराह करने वाला और हज़ारों डॉक्टरों, पूरी मेडिकल साइंस का अपमान है हर्षवर्धन जी। ऐसे व्यक्ति पर कार्रवाई होनी चाहिए।



इसके साथ ही यूथ कांग्रेस ने अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने भी बाबा रामदेव की अनर्गल बयानबाज़ी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस नेता ने बाबा रामदेव की गिरफ्तारी की मांग की है। कांग्रेस नेता रामदेव के वीडियो को साझा करते हुए पूछा है कि आखिर हमारे डॉक्टरों को गाली देने वाला यह फर्जी व्यापारी कब गिरफ्तार होगा? 





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हालांकि बाबा रामदेव द्वारा दिए गए बेतुके बयानों का यह इकलौता उदाहरण नहीं है। बाबा रामदेव ने हाल ही में अपने एक वीडियो में आंखों को ऑक्सीजन सिलेंडर की संज्ञा देते हुए कहा था कि मरीजों को सांस लेना ही नहीं आता। मरीज़ केवल भ्रम और नकारात्मकता फैलाने का काम कर रहे हैं। रामदेव की इस विवादित बयानबाज़ी के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष नवजोत सिंह दहिया ने पंजाब के जालंधर में बाबा रामदेव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि रामदेव ने कोरोना मरीजों का अपमान उड़ाने के साथ साथ मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों का भी अपमान किया है।