राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट द्वारा कांग्रेस पार्टी से बगावत करने के बाद एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही है। यह तस्वीर दरअसल तीन नेताओं के ट्वीट्स का कोलाज है जिसमें कांग्रेस से बगावत करने वाले नेताओं का ट्वीट है। इसमें कांग्रेस से बगावत करने वाली रायबरेली से विधायक अदिति सिंह, हाल ही में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में गए ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट का ट्वीट है। तीनों नेताओं ने पार्टी छोड़ने और बीजेपी जॉइन करने से पहले महात्मा गांधी के विचारों को पोस्ट किया है। 





उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश और राजस्थान तीनों राज्यों के तीन बड़े कांग्रेस नेताओं ने गांधी के विचारों को कोट कर बीजेपी का दामन पकड़ा है। उत्तरप्रदेश के रायबरेली से एमएलए अदिति सिंह ने कांग्रेस से बगावत करने के बाद ट्वीट कर कहा, 'सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं।'





मध्यप्रदेश के ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी बीजेपी जॉइन करने के पहले यही बातें कही थी और अब राजस्थान के सचिन पायलट ने भी पार्टी से बगावत करने के पहले गांधी के इसी विचार को कोट किया है। 





अब सवाल यह उठता है कि गांधी के विपरीत विचारधारा वाली पार्टी के साथ जुड़ने के लिए उन्हीं का कोट इस्तेमाल करना कहां तक जायज है ? क्या यह गांधी के संदेशों का मजाक नहीं है ?