मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने 86 पुलिस अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है। ट्रांसफर किए गए 86 पुलिस अधिकारियों में से 65 अधिकारी क्राइम ब्रांच के हैं। वहीं सीआईयू के एपीआई रियाज़ काजी को आर्म्ड फोर्स में भेज दिया गया है। महाराष्ट्र सरकार ने यह कार्यवाही एंटीलिया केस में बढ़ते विवाद के बाद लिया है। 

महाराष्ट्र सरकार द्वारा पुलिस महकमे में किए गए इस बड़े फेरबदल के पीछे विपक्ष द्वारा लगातार आरोपों को वजह माना जा रहा है। बीजेपी नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर आरोप लगाया है कि खुफिया विभाग द्वारा सीएम को रिपोर्ट सौंपे जाने के बावजूद उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि राज्य में अधिकारियों के ट्रांसफर में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया गया है। 

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यह पूरा विवाद एंटीलिया केस के बाद मनसुख हिरेन मर्डर केस के बाद शुरू हुआ। सचिन वाझे की गिरफ्तारी होने के बाद से ही महाराष्ट्र पुलिस पर सवाल उठने लगे। इस बीच राज्य सरकार ने मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह का होम गार्ड विभाग में ट्रांसफर कर दिया। 

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परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी, जिसमें पूर्व कमिश्नर ने उद्धव सरकार में गृह मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। परमबीर सिंह अभी देशमुख के खिलाफ केन्द्रीय जांच एजेंसी सीबीआई से जांच और अपने ट्रांसफर को रूकवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट गए हैं। वहीं महाराष्ट्र सरकार अनिल देशमुख का इस्तीफा लेने के मूड में नहीं है।