दिल्ली। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने अपने बीजेपी को समर्थन देने वाले बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि वो राजनीति से सन्यास ले लेंगी लेकिन बीजेपी के साथ चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने साफ किया है कि यूपी में होने वाले एमएलसी चुनाव में सपा को हराने के लिए बीजेपी या की अन्य पार्टी के उम्मीदवारों का समर्थन करेंगी।

मायावती ने कहा, ‘मैंने कहा था कि सपा के दलित विरोधी कार्यों के जवाब देने के लिए हम आगामी एमएलसी चुनावों में बीजेपी या अन्य किसी पार्टी के उम्मीदवारों का समर्थन कर सकते हैं। लेकिन किसी भी हालत में सपा के प्रत्याशी को जीतने नहीं देंगे।‘ उन्होंने कांग्रेस और सपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुस्लिम लोगों को बीएसपी से दूर करने के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी उनके बयान में हेरफेर कर रहे हैं। इसी के साथ सात सीटों पर होने वाले उपचुनाव में बसपा को वोट ना देने के लिए मुस्लिम लोगों अपने पाले में लाने की कोशिश कर रहे हैं।

यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने यह भी साफ किया कि उन्होंने सिर्फ एमएलसी चुनाव में बीजेपी को समर्थन देने की बात की है। इसी के साथ मायावती ने स्पष्ट किया है कि बसपा आने वाले विधानसभा चुनाव या किसी भी प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी के साथ चुनाव नहीं लड़ेगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग बुलंदशहर में लोगों को गुमराह कर रहे हैं। वो एक वीडियो का प्रचार करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसमें कहा गया है कि बसपा ने बीजेपी का समर्थन किया है। बीजेपी गलत राजनीति कर रही है।