लखनऊ। यूपी बीजेपी में टूट का सिलसिला जारी है। विधानसभा चुनावों से ठीक पहले बीजेपी का सातवां विकेट भी गिर गया है। विधायक मुकेश वर्मा ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है। 





शिकोहाबाद से बीजेपी विधायक मुकेश वर्मा ने अपना इस्तीफा ट्विटर हैंडल पर साझा किया है। मुकेश वर्मा ने इस्तीफा देते हुए बीजेपी और योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मुकेश वर्मा ने कहा है कि योगी सरकार में दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यक वर्ग के नेताओं और जनप्रतिनिधियों को तवज्जो नहीं दी गई। योगी सरकार में लगातार वंचितों और बेरोजगार युवाओं की उपेक्षा की गई। जिस वजह से वे अब पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं।



विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उत्तर प्रदेश बीजेपी को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। बीते चार दिनों में बीजेपी से इस्तीफा देने वाले नेताओं में मुकेश वर्मा सातवें नेता हैं। मुकेश वर्मा से पहले बीजेपी के कुल 6 विधायक पार्टी से किनारा कर चुके हैं। पार्टी छोड़ने वाले नेताओं में दो योगी सरकार में मंत्री रहे थे। श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। इसके बाद तीन अन्य विधायकों ने मंगलवार को ही पार्टी छोड़ने का एलान कर दिया। इसके ठीक अगले दिन यानी बुधवार को पर्यावरण मंत्री दारा सिंह चौहान ने भी मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।



इन नेताओं ने किया बीजेपी से किनारा 



बीजेपी छोड़ने वाले नेताओं में सबसे पहले बदायूं की बिल्सी विधानसभा सीट से विधायक आरके शर्मा ने इस्तीफा दिया था। मंगलवार को स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद भगवती सागर, रोशन लाल वर्मा और ब्रजेश प्रजापति ने भी पार्टी छोड़ दी। इसके बाद दारा सिंह चौहान और अब मुकेश वर्मा ने भी बीजेपी से अपने रास्ते अलग कर लिए हैं। इन सबके जल्द ही समाजवादी पार्टी से जुड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं।



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टिकट बंटवारे के एलान से पहले ही बीजेपी के सामने सबसे बड़ी चुनौती अब अपना कुनबा बचाने की है। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार को लेकर बने माहौल के बीच एक एक कर के नेता अब बीजेपी से नाता तोड़ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि चुनावों से पहले बीजेपी में लगी यह सेंध का महज़ शुरुआती दौर है। अभी कई नेता पार्टी छोड़ने वाले हैं। खुद स्वामी प्रसाद मौर्य ने 14 जनवरी को बड़ा धमाका करने का एलान किया है।