मुंबई। शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी के मामले में एक नाटकीय मोड़ आया है। एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक के एक खुलासे और आरोपों ने हलचल बढ़ा दी है। नवाब मलिक ने आर्यन खान को गिरफ्तारी को फर्जी करार दिया है। नवाब मलिक ने कहा है कि आर्यन खान की गिरफ्तारी एनसीबी और बीजेपी की मिलीभगत का परिणाम है। 



गिरफ्तार करने वाले लोगों पर खड़े किए सवाल 



नवाब मलिक ने बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस करते हुए उन लोगों पर सवाल खड़े किए जिन्होंने ड्रग्स पार्टी के दौरान आर्यन खान को गिरफ्तार किया। नवाब मलिक ने इस सिलसिले में विभिन्न वीडियो में दिख रहे दो लोगों पर सवाल खड़े किए। नवाब मलिक ने कहा कि जिन लोगों ने आर्यन को गिरफ्तार किया, वे एनसीबी का हिस्सा थे ही नहीं। 





नवाब मलिक ने विभिन्न वीडियो का जिक्र करते हुए बताया कि आर्यन खान की गिरफ्तारी से जुड़ वीडियो में दो संदिग्ध लोग दिख रहे हैं, जो कि एनसीबी के बाहर के हैं। पहला व्यक्ति मनीष भानुशाली है जो कि बीजेपी का उपाध्यक्ष है। वह आर्यन के साथी अरबाज़ मर्चेंट को अपने साथ ले जाता हुआ दिख रहा है जबकि दूसरा व्यक्ति किरण गोसावी है जो कि एक प्राइवेट जासूस है। उसके खिलाफ पुणे में कई अपराधिक मामले भी दर्ज हैं। नवाब मलिक ने पूछा कि आखिर निजी लोगों ने आखिर किस आधार पर एनसीबी की कार्रवाई को अंजाम दिया।



बीजेपी के निशाने पर थे शाहरुख खान 



नवाब मलिक ने आर्यन खान की गिरफ्तारी को लेकर बड़ा खुलासा किया कि सितंबर महीने के अंतिम सप्ताह में मनीष भानुशाली ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों के घर बैठकें की थी। इसके साथ ही पिछले दिनों से ही क्राइम रिपोर्टर के बीच यह चर्चा आम थी कि एनसीबी अपना अगला निशाना अभिनेता शाहरुख खान को बना सकती है। 





एनसीबी ने नहीं बरामद किया कोई ड्रग्स 



नवाब मलिक ने दावा किया कि गिरफ्तारी वाली रात को एनसीबी को क्रूज से कोई ड्रग्स बरामद नहीं हुआ था। नवाब मलिक के मुताबिक अगर एनसीबी ने क्रूज पर ही ड्रग्स बरामद किया होता तो उसका पंचनामा क्रूज पर ही किया जाता। लेकिन कथित तौर पर क्रूज पर बरामद किए गए ड्रग्स का पंचनामा जोनल डायरेक्टर की मेज़ पर किया गया।



नवाब मलिक ने इस पूरे मामले को दुर्भावनापूर्ण बताया है। नवाब मलिक का कहना है कि बीजेपी बॉलीवुड और महाराष्ट्र सरकार को बदनाम करने की साजिश कर रही है।