आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में रहने वाले एक बुजुर्ग ने अपनी करोड़ों की संपत्ति का मालिकाना हक आगरा के जिलाधिकारी को दिया है। बुजुर्ग व्यक्ति ने अपनी संपत्ति को जिलाधिकारी का नाम कर दिया है। बुजुर्ग ने बकायदा जिलाधिकारी के नाम वसीयत भी तैयार कर दी है। शनिवार को खुद बुजुर्ग ने वसीयत के कागजात सिटी मजिस्ट्रेट को दे दिए। 

आगरा के छत्ता थाना क्षेत्र के निवासी गणेश शंकर पांडे अपने बेटों से खफा चल रहे हैं। गणेश शंकर का कहना है कि उनके बेटे उनका ध्यान नहीं रखते हैं। इसलिए उन्होंने अपनी संपत्ति को जिलाधिकारी के नाम कर दिया है। 

वहीं एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में बुजुर्ग के हवाले से ही यह उल्लेख किया गया है कि उनके बड़ा बेटा कोई काम धंधा नहीं करता और संपत्ति में एक चौथाई हिस्सा मांग रहा था। इसलिए गणेश शंकर पांडे ने अपनी संपत्ति जिलाधिकारी को सुपुर्द कर दी। बुजुर्ग व्यक्ति के घर में एक बहु और दो पोते-पोती भी हैं। सभी एक ही घर में रहते हैं। 

गणेश शंकर पांडे ने अपने तीन अन्य भाइयों के साथ मिलकर 1983 में हजार गज जमीन खरीदी थी। हजार गज जमीन पर चारों भाइयों ने मिलकर आलीशान मकान बनवाया था। वक्त के साथ चारों ने बंटवारा कर लिया। जिसके बाद गणेश शंकर पांडे के हिस्से में 250 गज जमीन आई। जिसे अब गणेश शंकर पांडे ने आगरा के डीएम के नाम पर कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक गणेश शंकर पांडे ने जो जमीन जिलाधिकारी के नाम की है, उसकी कीमत ढाई करोड़ से ऊपर है।