नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार ने मंगलवार को नई संसद भवन में महिला आरक्षण बिल पेश कर दिया। लेकिन इसे लेकर केंद्र सरकार की नियत पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने इसे भाजपा सरकार का महाझुठ करार देते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में जनता इसका जवाब देगी।

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, 'नई संसद के पहले दिन ही बीजेपी सरकार ने ‘महाझूठ’ से अपनी पारी शुरू की है। जब जनगणना और परिसीमन के बिना महिला आरक्षण बिल लागू हो ही नहीं सकता, जिसमें कई साल लग जाएँगे, तो बीजेपी सरकार को इस आपाधापी में महिलाओं से झूठ बोलने की क्या ज़रूरत थी।'

यादव आगे कहा, 'बीजेपी सरकार न जनगणना के पक्ष में है न जातिगत गणना के, इनके बिना तो महिला आरक्षण संभव ही नहीं है। ये आधा-अधूरा बिल ‘महिला आरक्षण’ जैसे गंभीर विषय का उपहास है, इसका जवाब महिलाएं आगामी चुनावों में बीजेपी के विरूद्ध वोट डालकर देंगी।'

लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पेश होने के बाद सोशल मीडिया पर सवाल उठाए जा रहे हैं। कांग्रेस, सपा, जेडीयू, राजद सहित कई ने बिल में ओबीसी और एससी-एसटी समाज की महिलाओं के लिए कोटा की मांग की है।