नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के पांचवें दिन भी बिहार वोटर लिस्ट रिवीजन के मुद्दे पर विपक्ष का प्रदर्शन जारी रहा। विपक्षी सांसदों ने शुक्रवार को गांधी प्रतिमा से लेकर मकर द्वार (नए संसद भवन का एंट्री गेट) तक पैदल मार्च निकाला। इसमें राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल हुए।
मकर द्वार पहुंचने पर राहुल-प्रियंका सहित विपक्ष के सांसदों ने स्पेशल इंन्सेंटिव रिवीजन (SIR) लिखे पोस्टर फाड़े। उन्हें प्रतीकात्मक डस्टबिन में भी डाला। साथ ही मोदी सरकार हाय-हाय के नारे लगाए। उधर लोकसभा में विपक्ष के हंगामे के बाद सदन को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
राज्यसभा के नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मोदी सरकार चाहती है कि गरीबों से वोटिंग अधिकार छीन लिए जाएं और सिर्फ रसूखदार लोग ही वोट दें। जब बाबा साहेब अंबेडकर जी और पंडित जवाहरलाल नेहरू जी ने देश के सभी लोगों को वोटिंग का अधिकार दिया तो कहा कि हमें बिना किसी भेदभाव के सभी को ताकत देनी चाहिए। लेकिन आज BJP जिस गलत तरीके से वोट रिवाइज करने की कोशिश कर रही है, वो बहुत बुरी बात है।
खड़गे ने कहा कि इससे लोकतंत्र को नुकसान होता है, देश का नुकसान होता है। आज चुनाव आयोग ने एक सर्कुलर जारी किया है कि SIR सिर्फ बिहार के लिए नहीं है, वे पूरे देश में वोटों का रिवीजन करेंगे- ये बात ठीक नहीं है। बिहार SIR के खिलाफ विरोध प्रदर्शन पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है। हम हर लोकतांत्रिक तरीके से इसके खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।