नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर की छह राजनीतिक पार्टियों द्वारा अनुच्छेद 370 को हटाने राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटे जाने के फैसले के खिलाफ मिलकर संघर्ष करने का फैसला लेने के एक दिन बाद कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने इस पार्टियों के साहस को सलाम किया है। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा।



सिलसिलेवार तरीके से किए गए ट्वीट में चिदंबरम ने कहा, “मैं मुख्यधारा की उन छह पार्टियों की एकता और साहस को सलाम करता हूं, जो कल अनुच्छेद 370 हटाए जाने के फैसले के खिलाफ संघर्ष करने के लिए साथ आई हैं।”





उन्होंने आगे कहा, “मैं उन पार्टियों से अपील करता हूं कि वे अपनी मांग के साथ पूरे दृढ़ निश्चय से खड़ी रहें। उन स्वघोषित राष्ट्रवादियों की आलोचना नजरअंदाज करें, जो इतिहास पढ़ते तो नहीं लेकिन उसे दोबारा लिखने का प्रयास करते हैं।”



केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए चिदंबरम ने कहा, “भारत के संविधान में राज्यों के लिए विशेष प्रावधान और विषम शक्ति बंटवारे को लेकर अनेक उदाहरण मौजूद हैं। अगर केंद्र सरकार विशेष प्रावधानों को लागू करने के खिलाफ है तो यह नगा समस्या कैसे हल करेगी?”





इससे पहले जम्मू-कश्मीर की छह राजनीतिक पार्टियों नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, सीपीएम, कांग्रेस, एनसी और पीपल्स कांग्रेस ने गुपकर घोषणा पत्र के तहत अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए साथ मिलकर लड़ने की घोषणा की। एक साझा बयान में पार्टियों ने कहा कि उन्हें राज्य का किसी भी तरह का बंटवारा स्वीकार नहीं है।



बयान में छह पार्टियों ने कहा है कि केंद्र सरकार के फैसले ने कश्मीर के लोगों को अकिया अधिकारविहीन, मूलभूत पहचान के सामने चुनौती खड़ी की है।