नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के 'एक्ट ऑफ गॉड' (दैवीय घटना) वाले बयान पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी और सीपीआई नेता सीताराम येचुरी के बाद अब कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने भी निर्मला सीतारमण से सवाल किया है। देश के पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने मौजूदा वित्तमंत्री से कोरोना महामारी के पहले देश की अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन को लेकर 'मैसेंजर ऑफ गॉड' (देवदूत) के तरह जवाब मांगा है। 



चिदंबरम ने शनिवार (29 अगस्त) को एक बाद एक कई ट्वीट कर निर्मला सीतारमण पर हमला किया है। उन्होंने कहा, 'यदि महामारी ईश्वर  की करतूत है, तो हम महामारी के पहले 2017-18, 2018-19 और 2019-20 के दौरान अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन का वर्णन कैसे करेंगे? क्या ईश्वर के दूत के रूप में वित्त मंत्री जवाब देंगी? मोदी सरकार द्वारा जीएसटी क्षतिपूर्ति अंतर को पाटने के लिए राज्यों को दिए दोनों विकल्प अस्वीकार्य हैं।'





कांग्रेस नेता ने दोनों विकल्पों के बारे में जानकारी देते हुए कहा, 'पहले विकल्प के तहत राज्यों से कहा गया है कि वे अपने भावी प्राप्तियों को क्षतिपूर्ति उपकर के तहत उधार लें। जिसमें वित्तीय बोझ पूरी तरह से राज्यों पर पड़ता है। वहीं दूसरे विकल्प के तहत, राज्यों को आरबीआई विंडो से उधार लेने के लिए कहा जाता है। यह मुख्य तौर पर बाजार उधार है, केवल इसका नाम अलग है। फिर, संपूर्ण वित्तीय बोझ राज्यों पर पड़ता है।'



Click: Subramanian Swamy क्या पांच साल में 8 से 3 फीसदी जीडीपी एक्ट ऑफ गॉड



मोदी के पास कोई जवाब नहीं तो एक्ट ऑफ गॉड



निर्मला सीतारमन के बयान पर बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने तंज कसते हुए पूछा था कि क्या पांच साल में जीडीपी दर आठ से तीन प्रतिशत तक आना भी 'एक्ट ऑफ गॉड' है? इस मामले पर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने स्वामी से कहा है कि आप ही वित्त मंत्रालय संभालिये। कांग्रेस नेता ने कहा, 'जब मोदी के पास कोई जवाब नहीं होता है तो वो 'Act of God' हो जाता है। स्वामी आपने सही कहा है। मोदी ने ऐसी वित्त मंत्री बना दिया जो पूरे भारत की अर्थव्यवस्था भगवान भरोसे चला रहीं हैं। आप ही संभालिए।'





बता दें कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार (27 अगस्त) को जीएसटी परिषद की 41वीं बैठक के बाद पत्रकारों से कहा था कि अर्थव्यवस्था कोविड-19 महामारी से प्रभावित हुई है। यह एक दैवीय घटना (एक्ट ऑफ गॉड) है और इससे चालू वित्त वर्ष में इसमें संकुचन आएगा।