सुदीक्षा भाटी की मौत के मामले में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बुलंदशहर पुलिस ने दो आरोपियों दीपक चौधरी और राजू को गिरफ्तार किया है। साथ ही पुलिस ने यह भी कहा है कि इस मामले में सुदीक्षा के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है और कुछ लोग मामले को अलग मोड़ देने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि घटना के बाद आरोपियों ने अपनी बुलेट मोटरसाइकिल पर अलग पेंट भी करवा लिया। इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने बेतुकी सी राय जाहिर की है कि परिजन मुआवजे के लिए छेड़छाड़ का आरोप लगा सकते हैं। 

बुलंदशहर की रहने वालीं 19 साल की सुदीक्षा भाटी मेधावी छात्रा थीं। उन्होंने पिछले साल 12वीं की परीक्षा में पूरे जिले में टॉप किया था और आगे की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप पर अमेरिकी गई थीं। सुदीक्षा भाटी की 10 अगस्त को सड़क हादसे में तब मौत हुई, जब वह रिश्ते के अपने छोटे भाई के साथ मोटरसाइकिल की पिछली सीट पर बैठकर कहीं जा रही थीं। उनके परिवार ने आरोप लगाया है कि दो अज्ञात लोगों द्वारा उनका पीछा किए जाने और उत्पीड़न करने की वजह से यह हादसा हुआ।

छेड़खानी की बात को नकारते हुए वरिष्ठ पुलिस एसपी संतोष कुमार सिंह ने 13 अगस्त को कहा था, “ऐसा प्रतीत होता है कि उनका शव गांव पहुंचने के बाद कुछ लोगों ने घटना का रुख बदलने की कोशिश की। चूंकि लड़की को (अमेरिका में पढ़ाई के लिए) भारी स्कॉलरशिप मिली थी, ऐसे में हो सकता है कि लोग (मुआवजा) मांगने की सोच रहे हों।”

सुदीक्षा के पिता का कहना है कि उस दिन सुदीक्षा अपने छोटे भाई के साथ बाइक से जा रही थी, तभी दो अज्ञान लोगों ने छेड़छाड़ शुरू कर दी। उन लोगों से बचने के लिए छोटे भाई ने ब्रेक लगाए और सुदीक्षा सड़क पर गिर गई। सर में चोट आने से उसकी मौत हो गई।