प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ ज़िले के अंतर्गत आने वाली कुंडा विधानसभा सीट से बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ़ राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह को स्थानीय प्रशासन ने उनके ही घर में नज़रबंद कर दिया है। भदरी रियासत के राजा उदय प्रताप सिंह को उनके 10 समर्थकों के साथ जिला प्रशासन ने नज़रबंद कर दिया है।  

उदय प्रताप सिंह को मुहर्रम के दौरान तनाव बढ़ने की आशंका के मद्देनज़र नज़रबंद कर दिया गया है। उदय प्रताप सिंह की यह नज़रबंदी रविवार रात 9 बजे तक लागू रहेगी, तब तक उदय प्रताप सिंह को शेखपुर गाँव स्थित अपने घर भदरी आवास में ही रहना होगा। 

बंदर की पुण्यतिथि पर होता है भंडारे का आयोजन
ऐसा नहीं है कि राजा भैया के पिता को पहली दफा नज़रबंद किया गया है। पिछले तीन सालों हर मुहर्रम के अवसर पर जिला प्रशासन उदय प्रताप सिंह को नज़रबंद कर देता है। दरअसल राजा भैया के पिता उदय प्रताप शेखपुर स्थित एक हनुमान मंदिर पर एक बंदर की पुण्यतिथि पर भंडारे का आयोजन करवाते हैं। बंदर को 2005 में हनुमान मंदिर में ही किसी ने गोली मार दी थी, जिसके बाद उसकी याद में उदय प्रताप सिंह ने 2014 से इस भंडारे की शुरुआत की। लेकिन 2016 में  मुहर्रम के जुलुस के दौरान क्षेत्र का साम्प्रदायिक सौहार्द बिगड़ गया और तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। लिहाज़ा ऐसी कोई स्थिति निर्मित न हो इसलिए प्रशासन हर वर्ष मुहर्रम के अवसर पर उदय प्रताप सिंह को नज़रबंद कर देता है।   

हालांकि उदय प्रताप सिंह ने भंडारे की अनुमति के लिए 17 जनवरी 2020 को सर्वोच्च न्यायालय में प्रत्यावेदन दिया था, जिसे लेकर सर्वोच्च न्यायालय ने 27 जनवरी को स्थानीय प्रशासन को परिस्थति और विवेक आधार पर उचित फैसला लेने के निर्देश दिए थे। परिणाम स्वरूप  प्रशासन ने अपने विवेक के आधार पर उदय प्रताप और उनके समर्थकों को नज़रबंद कर दिया है। स्थानीय प्रशासन का अमला बड़ी संख्या में निगरानी भी कर रहा है।