नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में देशभर के किसान पिछले 2 महीनों से किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच केंद्र सरकार अब प्रदर्शन स्थल पर किलेबंदी करने लगी है। दिल्ली से जो तस्वीरें आ रही है वह हैरान करने वाली हैं। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि किसानों को रोकने के लिए सरकार ने सात स्तरीय बाड़ेबंदी कर रखा है। बाड़ेबंदी के दूसरी ओर हजारों की संख्या में हथियारबंद सुरक्षा कर्मी मौजूद हैं।
इन तस्वीरों के सामने आने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर करारा हमला किया है। प्रियंका ने एक वीडियो साझा करते हुए पूछा है कि क्या भारत सरकार अब अपने ही किसानों से युद्ध करेगी। उन्होंने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री जी, अपने किसानों से ही युद्ध?' प्रियंका ने जो वीडियो साझा किया है उसमें देखा जा सकता है कि किसानों को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने किस तरह की व्यवस्था की है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को इस मामले पर सलाह दिया है। उन्होंने कहा है कि भारत सरकार को दीवार खड़ा करने के बजाए पुल बनानी चाहिए। राहुल ने इसके साथ कुछ तस्वीर भी साझा किए हैं जिसमें सरकार की तैयारियों को देखा जा सकता है।
दरअसल, 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च के दौरान हुए उपद्रव के बाद से केंद्र सरकार किसान आंदोलन को लेकर सख्त हो गई है। सरकार ने किसानों को प्रदर्शनस्थल से हटाने के लिए काफी प्रयास भी किए लेकिन किसानों ने स्पष्ट किया है कि वे अपनी मांगों को बनवाए बिना दिल्ली से नहीं हिलने वाले। इसी बीच केंद्र ने दिल्ली पुलिस को तीनों मुख्य प्रदर्शनस्थलों गाजीपुर, टिकरी और सिंधु बॉर्डर्स पर बाड़ेबंदी के आदेश दे दिए।
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दिल्ली पुलिस ने इन तीनों सीमाओं पर सात स्तरीय बैरिकेडिंग बनाई है। हैरान करने वाली बात यह है कि दो देशों के सीमाओं की तरह सीमेंट के बड़े-बड़े बैरिकेड बना दिए गए हैं, कंटीली तारों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इतना ही नहीं सड़कों को खोदकर उनमें कीलें और सरिया फिक्स की जा रही है। इसके अलावा वहां हजारों की संख्या में हथियारबंद सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। इसी बीच दिल्ली पुलिस की एक तस्वीर सामने आई है जिसमें देखा जा सकता है कि उन्हें विशेष तरह के स्टील के रॉड और कवच से लैस किया है।
देश के अन्नदाताओं से निपटने के लिए इस तरह के युद्ध जैसी तैयारियों को लेकर केंद्र सरकार की मंशा पर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं। किसान संगठन के नेताओं को आशंका है कि सरकार बलपूर्वक किसानों को हटाने की कार्रवाई कर सकती हैं। हालांकि, इन तमाम रुकावटों के बावजूद देश के किसानों ने दिल्ली के सीमाओं पर मजबूती और एकजुटता से डटे रहने का ऐलान किया है। साथ ही किसानों ने 6 फरवरी को चक्काजाम का भी आह्वान किया है।