नई दिल्ली। कोरोना संकट काल के दौरान जहां लोग अपने घरों से बाहर निकलने से भी कतरा रहे थे वहीं देश के कुछ सांसद अपने क्षेत्र के लोगों के लिए सबकुछ भूलकर उनकी मदद करने में जुटे हुए थे। ऐसे ही टॉप 10 सांसदों की एक सूची आई है जिन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों की सबसे ज्यादा मदद की। कोरोना संकट के दौरान सबसे ज्यादा मदद करने वाले इन टॉप दस सांसदों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को तीसरा स्थान मिला है। हैरान करने वाली बात यह है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी अपने क्षेत्र के लोगों के लिए मददगार साबित नहीं हो सके।

यह सर्वे राजधानी दिल्ली की एक सिटिजन इंगेजमेंट प्लेटफार्म गवर्न आई सिस्टम्स (GovernEye Systems) के द्वारा की गई थी। सर्वे में पाया गया कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व वायनाड से सांसद राहुल गांधी कोरोना वायरस के मद्देनजर लगाए गए लॉकडाउन में सबसे अधिक मददगार सांसद की लिस्ट में नंबर 3 पर हैं। इस लिस्ट में पहले नम्बर पर बीजेपी से उज्जैन के सांसद अनिल फिरोजिया हैं, वहीं दूसरे नंबर पर वाईएसआरसीपी के नेल्लोर के सांसद अडाला प्रभाकर रेड्डी हैं।

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अन्य टॉप 10 सांसदों की लिस्ट में क्रमानुसार टीएमसी संसद महुआ मोइत्रा, बीजेपी के तेजस्वी सूर्या, शिवसेना के हेमंत तुकाराम गोडसे, अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल, बीजेपी इंदौर सांसद शंकर लालवानी, डीएमके से सुमथि थमिझची थांगपंड़ियन और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी शामिल हैं। जबकि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों के लिए इस दौरान उल्लेखनीय कार्य करने में असफल रहे। दोनों नेता बड़े पदों पर होते हुए भी अपने क्षेत्र में इतना भी काम नहीं कर पाए कि उन्हें टॉप 10 में जगह दी जाए।

राहुल ने यह सुनिश्चित किया कि वायनाड का एक भी व्यक्ति भूखा न सोए

राहुल गांधी के एक सहयोगी ने एक प्रमुख अखबार से बात करते हुए बताया, 'अचानक लॉकडाउन की घोषणा के बाद राहुल गांधी ने जिला प्रशासन के साथ स्वास्थ्य और इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करने के लिए काफी करीब से काम किया। उन्होंने मास्क, सैनिटाइजर, हैंड-हेल्ड थर्मामीटर और वेंटीलेटर्स की सप्लाई सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाई। राहुल ने लोगों को आर्थिक मदद सहित कम्युनिटी किचन चलाया और यह सुनिश्चित किया कि संसदीय क्षेत्र के एक भी व्यक्ति को भूखा न सोना पड़े।'

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इस सर्वे की शुरुआत 1 अक्टूबर को की गई थी। सर्वे के दौरान शुरुआत में नॉमिनेशन के आधार पर 25 सांसदों को शॉर्टलिस्ट किया गया था। इसके बाद इन सांसदों के क्षेत्र में फील्ड सर्वे सहित तमाम मिली प्रतिक्रियाओं के आधार पर टॉप 10 सांसदों की सूची तैयार की गई। सर्वे में छः महीने के रिकॉर्ड को शामिल किया गया है। गवर्न आई ने एक बयान में बताया है कि 1 अक्टूबर से 15 अक्टूबर के बीच 33 लाख 82 हजार से ज्यादा वैलिड नॉमिनेशन आए।