विजय दिवस: याद उस दिन की, जब इंदिरा गांधी के नेतृत्व में भारत ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे

Rahul Gandhi: भारत की पाकिस्तान पर ऐतिहासिक जीत के उत्सव पर देशवासियों को शुभकामनाएँ और सेना के शौर्य को नमन, ये उस समय की बात है जब भारत के पड़ोसी देश भारत के प्रधानमंत्री का लोहा मानते थे

Updated: Dec 16, 2020, 11:15 PM IST

Photo Courtesy : Twitter/Congress
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नई दिल्ली। आज की तारीख भारत के लिए फख्र का मौका और पाकिस्तान के लिए इतिहास का वह पन्ना लेकर आती है, जिसे वह कभी पलटना नहीं चाहता। एक ओर जहां भारत 1971 की जीत का जश्न मना रहा है, तो पाकिस्तान को बांग्लादेश में मिली हार का ज़ख्म तकलीफ देता है। ट्विटर पर देश के लोग पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों को बंदी बनाए जाने का जिक्र गर्व से कर रहे हैं।  विजय दिवस के इस मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी देशवासियों को बधाई देने के साथ ही साथ अपनी दादी और देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के उस दौर को याद किया है, जब उनका लोहा सारी दुनिया मानती थी। 

राहुल गांधी ने विजय दिवस पर ट्वीट करते हुए लिखा है, 'सन् ‘71 में भारत की पाकिस्तान पर ऐतिहासिक जीत के उत्सव पर देशवासियों को शुभकामनाएँ और सेना के शौर्य को नमन। ये उस समय की बात है जब भारत के पड़ोसी देश भारत के प्रधानमंत्री का लोहा मानते थे और हमारे देश की सीमा का उल्लंघन करने से डरते थे!'

 

राहुल गांधी के इस ट्वीट में किसी का नाम नहीं है, फिर भी इसमें देश के मौजूदा निज़ाम के प्रति एक तंज़ ज़रूर छिपा हुआ है। इस मौके पर कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी कई ऐसे ट्वीट किए गए हैं, जिनमें देश की सेना के पराक्रम और तत्कालीन प्रधानमंत्री दिवंगत इंदिरा गांधी के नेतृत्व को नमन किया है। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से एक देशभक्ति से ओतप्रोत करने वाला वीडियो साझा करते हुए लिखा, 'लौह महिला इंदिरा गांधी के सशक्त नेतृत्व ने हिम्मत, दृढ़ता और एकता के साथ पूरे भारत को एकजुट रखा। श्रीमती इंदिरा गांधी के सशक्त नेतृत्व ने अमेरिकी हस्तक्षेप को दरकिनार कर देश की अखंडता के लिये पाक पर करारा प्रहार कर पूरे विश्व समुदाय को भारत की शक्ति का लोहा मनवाया।'

 

एक अन्य वीडियो को साझा करते हुए कांग्रेस ने लिखा है कि, 'सिर्फ 13 दिन में पाकिस्तान को पटखनी देकर भारतीय सेना ने वीरता का नया कीर्तिमान रच दिया था। विजय दिवस उसी कीर्तिमान का सम्मान है।'

राष्ट्रवाद को लेकर कांग्रेस ने आयरन लेडी इंदिरा गांधी के इन विचारों को याद किया है कि असली राष्ट्रवाद में देश और देश के लोग सबसे महत्वपूरण होते हैं। कांग्रेस ने ट्वीट किया, 'असल राष्ट्रवाद वही है, जिसमें देश और देश की जनता प्राथमिक हो। देशवासियों के अधिकार मांगने पर, सत्ता के खिलाफ प्रदर्शन करने पर उन्हें आतंकवादी ठहरा देना कभी राष्ट्रवाद नहीं हो सकता।'

एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस ने उस दिन के अखबार की कटिंग साझा की है, जब बांग्लादेश को आजाद किया गया था। ट्रिब्यून की इस कटिंग के साथ कांग्रेस ने लिखा है, 'भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम के बलबूते ही उपमहाद्वीप में शांति स्थापित हो पाई थी। भारतीय सेना ने पाकिस्तान को परास्त कर पाक के हर नापाक मंसूबों को धराशायी किया था।'

 

 

इस मौके पर दिग्गज कांग्रेस नेता व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने लिखा है कि हम श्रीमती इंदिरा गांधी के उस शानदार नेतृत्व को कैसे भूल सकते हैं, जो भारी अंतरराष्ट्रीय दबाव में भी डटी रहीं और पाकिस्तान को हराकर दो टुकड़ों में बांटने वाले भारत का नेतृत्व किया।'

 

बता दें कि साल 1971 में पाकिस्तान के साथ चली 13 दिन की लड़ाई के बाद आज के दिन ही भारतीय सेना ने फतह हासिल की थी। इस जंग में करीब 3843 भारतीय सैनिकों ने अपने प्राण न्योछावर किए थे। इस युद्ध की जीत का ही परिणाम था कि पाकिस्तान के करीब 90 हजार सैनिकों ने सरेंडर किया और फिर दुनिया ने इतिहास बनते देखा और बांग्लादेश का अंतराष्ट्रीय मानचित्र पर उदय हुआ। इस जीत के लिए इंदिरा गांधी के नेतृत्व का लोहा पूरा विश्व मानता है।