कोल्लम। केरल दौरे के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार एक अलग अंदाज में नजर आए। मछुआरों के जीवन का अनुभव लेने और उनकी समस्याओं को करीब से जानने, समझने और महसूस करने के लिए राहुल समुद्र में मछुआरों के नाव पर गए। इस दौरान गहरे समुद्र में जब मछुआरों ने जाल फेंकी तो राहुल भी मछुआरों के साथ समुद्र में उतर गए। गहरे समुद्र में मछुआरों की मदद करते राहुल का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।



कोल्लम में समुद्र तट राहुल गांधी ने मछुआरों को 'भाई' कहकर संबोधित करते हुए कहा कि वह उनके दैनिक जीवन को समझना चाहते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा, 'मैं आपके काम का आदर करता हूं और प्रशंसा करता हूं। कई बार ऐसा होता है कि हम मछली खाते हैं, लेकिन इसके पीछे की कठिन मेहनत को समझ नहीं पाते हैं। हम यह नहीं समझ पाते हैं कि यह हमारे प्लेट तक कैसे पहुंची। हम आपके जीवन को आसान बनाने के लिए काम करना चाहते हैं।' राहुल ने वाडी तट पर मछुआरों के नाव पर बैठकर समुद्र में गए। इस दौरान मछुआरों ने जब मछली पकड़ने के लिए जाल फेंकी और समुद्र में उतरे तब राहुल ने सभी को हैरत में डाल दिया। राहुल ने बिना किसी पूर्वसूचना के अचानक समुद्र में छलांग लगा दी। इस दौरान जबतक राहुल के निजी सुरक्षा अधिकारी कुछ समझ पाते, राहुल इत्मीनान से तैरते हुए मछुआरों को जालें फैलाने में मदद करने लगे। राहुल को समुद्र में इस तरह मछुआरों का हाथ बंटाते देख वहां मौजूद सभी 23 लोग हैरत में थे।





मछुआरों ने बताया कि राहुल जब अचानक गहरे समुद्र में उतरे तो हम सभी दंग रह गए। लेकिन वह बहुत सहज दिख रहे थे। वह एक अच्छे तैराक हैं। वे करीब 10 मिनट से ज्यादा देर तक समुद्र में रहे। इसके बाद हमने उन्हें फिश करी और रोटी खिलाई जो हम नाव में बनाए थे। राहुल करीब ढाई घंटे हमारे साथ रहे। राहुल ने एक स्क्वीड (मछली पकड़ने के लिए इस्तेमाल होने वाला घोंघा) भी पकड़ी। 



समुद्र में मछुआरों के साथ तैरते राहुल की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इनमें देखा जा सकता है कि राहुल एक नीली टीशर्ट और खाकी पतलून पहने ही समुद्र में उतर गए थे। 





समुद्र से वापस लौटने के बाद थंगासेरी तट पर राहुल ने अपने गीले कपड़े बदले। इस दौरान उन्होंने कहा कि, 'नाव से उतरने से पहले मैने मछुआरों से पूछा कि उनके बच्चे क्या करते हैं? उन्होंने जवाब दिया कि मछुआरे नहीं बनना चाहते हैं, क्योंकि यह बेहद मुश्किल और खतरों से भरा काम है।' राहुल ने मछुआरों को कहा है कि वे उन्हें परेशानियों से निजात दिलाने के लिए संघर्ष करेंगे। राहुल के साथ इस यात्रा के दौरान कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल और टी एन प्रतापन भी मौजूद थे।