देहरादून। उत्तराखंड में भारी बारिश से तबाही का आलम है। यहां नैनीताल में बीते 24 घंटे से बरसात का दौर जारी है। जिसकी वजह से नैनी झील का जल स्तर बढ़ गया है। जिसकी वजह से कई जिलों का संपर्क टूट गया है। कई जिलों में बादल फटने और अचानक आई बाढ़ से राज्य में तबाही मची हुई है। इन घटनाओं में प्रदेश में 24 लोगों की मौत हो गई है। वहीं बड़ी संख्या में पर्यटक विभिन्न जगहों पर फंसे हुए हैं। एक रिजॉर्ट से 200 लोगों को रेस्क्यू किया गया है।

वहीं नैनीताल के रामनगर में फंसें लोगों को सेना के हेलिकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू किया गया है। वहीं उधम सिंह नगर में भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ गया जिसकी वजह से नानक सागर बांध के सभी गेट खोल दिए गए हैं।

नैनी झील से पानी ओवर फ्लो होने की वजह से इलाके के आसपास बने घरों में पानी भर गया। भारी बारिश के कारण वजह से हल्द्वानी और भवाली से नैनीताल का संपर्क कट गया। राज्य के कई इलाकों में लोगों को बिजली गुल होने की वजह से भी परेशानी का सामना करना पड़ा। पहाड़ी इलाकों का मलबा सड़कों पर फैल जाने की वजह से रास्ते बंद हो गए हैं। अल्मोड़ा से हल्द्वानी और काठगोदाम, नैनीताल, रानीखेत समेत अन्य जगहों को जोड़ने वाला नेशनल हाइवे बाधित है। ऋषिकेश में बड़ी संख्या में पर्यटक फंसे थे, जिन्हें चंद्रभागा पुल, तपोवन, लक्ष्मण झूला और मुनि-की-रेती भद्रकाली बैरियर के आगे नहीं जाने दिया गया। वहीं बद्रीनाथ धाम में भी लगातार बारिश हुई, जिसकी वजह से चमोली-बद्रीनाथ नेशनल हाइवे पर एक कार नाले में फंस गई।