नई दिल्ली। देश में इन दिनों इंडिया और भारत नामों को लेकर बहस खूब चर्चा में हैं। विपक्षी गठबंधन का नाम इंडिया रखे जाने के बाद केंद्र सरकार अब इंडिया नाम से परहेज कर रही है। चर्चा तो ये भी है कि सरकार संविधान से इंडिया शब्द हटाने संबंधी प्रस्ताव लाने वाली है। इसी बीच अब कांग्रेस नेता शशि थरूर ने गठबंधन का नाम भारत रखने का सुझाव दिया है। 



शशि थरूर ने BHARAT नाम के गठबंधन का फुलफॉर्म भी बताया है। थरूर ने ट्वीट किया, 'हम निश्चित रूप से खुद को एलायंस फॉर बेटरमेंट, हार्मनी एंड रिस्पॉन्सिबल एडवांसमेंट फॉर टुमारो (BHARAT) कह सकते हैं। तब शायद सत्ताधारी दल नाम बदलने का यह घृणित खेल बंद कर दे।'





इससे पहले बुधवार को ही शशि थरूर ने एक न्यूज आर्टिकल के जरिए साल 2015 की एक और घटना भी शेयर की, जब एक जनजहित याचिका के जरिए देश का नाम इंडिया की जगह सिर्फ भारत रखे जाने की मांग की गई थी। इस पर केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि भारत के संविधान के आर्टिकल 1.1 में बदलाव कर देश का नाम बदलने की आवश्यकता नहीं है। संविधान के आर्टिकल 1.1 में देश के आधिकारिक तौर पर नाम के लिए इंडिया और भारत के उपयोग का जिक्र किया गया है।



थरूर ने आगे कहा, 'आशा करता हूं कि सरकार इंडिया नाम का पूरी तरह से त्याग करने की बेवकूफी नहीं करेगी, जो कि देश की ब्रैंड वैल्यू है। हमें दोनों नामों का उपयोग रहने देना चाहिए, जो इतिहास को फिर से जीवंत करते हैं और पूरी दुनिया में पहचाने जाने वाले नाम हैं।' बता दें कि हमारे संविधान में दोनों शब्द पहले से लिखे हैं। देश के संविधान में India, that is Bharat का पहले से ही जिक्र है। इंडिया और भारत दोनों नाम संविधान में दर्ज हैं और एक दूसरे के पर्यायवाची हैं तो सवाल ये है कि फिर विवाद क्यों?