नई दिल्ली। राज्यसभा से सांसदों के निलंबन के फैसले के खिलाफ शशि थरूर ने भी संसद टीवी से किनार कर लिया है। शशि थरूर ने संसद के टीवी के शो टू द प्वाइंट को होस्ट करने से इनकार कर दिया है। इसकी जानकारी खुद कांग्रेस नेता ने अपने एक बयान में दी है। 



शशि थरूर ने संसद टीवी पर शो के अनुभव को साझा करते हुए कहा कि शो में उन्हें कई गैर राजनीतिक लोगों से बातचीत करने का अवसर मिला। लेकिन राज्यसभा से सांसदों के निलंबन के मसले पर वे कोई समझौता नहीं कर सकते। सांसदों के निलंबन को उन्होंने संसदीय लोकतंत्र के मूल्यों के खिलाफ बताते हुए कहा कि वह आगे संसद टीवी के शो की मेजबानी नहीं कर सकते। 



कांग्रेस नेता ने कहा कि वे रोजाना निलंबित हुए सांसदों के प्रदर्शन के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करने जाते हैं। ऐसी स्थिति में संसद टीवी के शो की मेजबानी करना यह दर्शाएगा कि वे संसदीय संस्थानों को चलाने के लिए अपनाए जा रहे अलोकतांत्रिक तरीकों का समर्थन करते हैं। इसलिए वे संसद टीवी के साथ अपने इस सफर को जारी नहीं रख सकते। 





दूसरी तरफ शशि थरूर ने संसद की कार्यवाही के दौरान संसद टीवी पर पक्षपाती रवैया अपनाने का भी आरोप लगाया है। शशि थरूर ने कहा कि संसद की कार्यवाही के दौरान संसद टीवी के कैमरों का फोकस विपक्षी नेताओं को दरकिनार कर मोदी सरकार के मंत्रियों की ओर रहता है। शशि थरूर ने कहा कि एक संसदीय टीवी चैनल को संसद की विविधता को प्रतिबिंबित करना चाहिए।



शशि थरूर से पहले शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी भी संसद टीवी से किनार कर चुकी हैं। शिवसेना नेता ने रविवार को राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को इस सिलसिले में पत्र भी भेजा था। 



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शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा के बारह ससदों को बीते मॉनसून सत्र में अनुशासनहीनता का हवाला देकर निलंबित कर दिया गया था। इन सांसदों को संसद के इस पूरे सत्र के दौरान कार्यवाही में हिस्सा लेने से रोका गया है। सभी सांसद लगातार निलंबन वापसी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।