मुंबई। शिवसेना MLA प्रताप सरनाईक के बेटे विहंग सरनाईक को मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय ने हिरासत में ले लिया है। मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय ने विधायक प्रताप सरनाईक के मुंबई-ठाणे स्थित 10 ठिकानों पर छापा मारा। हालांकि छापेमारी किस वजह से की गई, इस बारे में किसी तरह का खुलासा नहीं किया गया। खबरों के मुताबिक सरनाईक के परिवार को छापेमारी से पहले कोई नोटिस या सम्मन भी नहीं दिया गया था। बीजेपी नेता किरीट सोमैया का बयान आया कि ईडी ने कार्रवाई की है, तो कुछ मामला ज़रूर होगा। सोमैया ने कहा कि ईडी बिना होम वर्क के नहीं जाएगी।

शिवसेना ने ईडी की इस कार्रवाई की निंदा की है। शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने सरनाईक का बचाव करते हुए कहा है कि अगर महाराष्ट्र में एजेंसी का दुरुउपयोग करके कोई यहां की सरकार को गिराना चाहता है तो वह मूर्ख है। ऐसा बिल्कुल नहीं होने वाला है।

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बीजेपी का नाम लिए बिना ही उस पर निशाना साधते हुए राउत ने कहा कि पार्टी को अगले 25 सालों तक महाराष्ट्र में सत्ता पाने का सपना भूल जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि चाहे वो सरकारी एजेंसियों की ओर से कितना भी दबाव बनाएं और आतंक फैलाने की कोशिश करें, अगर आज आपने यह शुरू किया है, तो हम जानते हैं कि इसका अंत कैसे करना है। संजय 'राउत कहा कि विधायक की अनुपस्थिति में उनके घर पर छापेमारी की गई। राज्य सरकार से जुड़े लोगों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि यह सबकुछ  उल्टा पड़ेगा और मुझे लगता है कि वो वक्त जल्द आ रहा है।

शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार के तीनों घटक दल एक साथ हैं। उनका एक-एक विधायक पार्टी और सरकार के साथ है। केंद्र सरकार, केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करके महाराष्ट्र में विधायकों पर दबाव बनाने का प्रयास कर रही है। लेकिन यह रणनीति यहां पर काम नहीं आने वाली है। केंद्र सरकार दोबारा महाराष्ट्र को बदनाम करने का षड्यंत्र रच रही है। बीजेपी और केंद्र सरकार चाहे कुछ भी कर लें, हम घुटने टेकने वाले नहीं हैं। राउत ने कहा कि ऐसे कई मामले हैं जो केंद्र सरकार से जुड़े हुए हैं लेकिन उन पर कोई भी जांच नहीं होती है। 

शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी ईडी की छापेमारी को बदले की कार्रवाई बताया है। उनका कहना है कि केंद्र सरकार अपने विरोधियों को चुप कराने के लिए ईडी, आईटी, सीबीआई का सहारा ले रही है। छापेमारी सिर्फ प्रतिशोध है, उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय केवल केंद्र की सनक और मनमर्जियों को लागू करने के लिए काम कर रही है।

आपको बता दें कि शिवसेना विधायक प्रताप नाईक ने ही महाराष्ट्र विधानसभा में रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया था। उन्होंने अर्णब पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृहमंत्री अनिल देशमुख की अवमानना का आरोप लगाया था।