चेन्नई। देशभर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। महाराष्ट्र, पंजाब, केरल जैसे राज्यों में स्थिति चिंताजनक है, कई स्थानों पर सख्ती की गई है। तमिलनाडु में भी कोरोना तेजी से दोबारा अपने पैर पसार रहा है। जिसकी वजह से तमिलनाडु सरकार ने छात्रों परीक्षाओं पर एक बड़ी घोषणा की है। तमिलनाडु विधानसभा में मुख्‍यमंत्री एडप्पादी के पलानीस्वामी ने कहा है कि प्रदेश में 9 वीं, 10 वीं और 11 वीं के छात्रों की परीक्षा नहीं होगी, उन्हें बिना एक्जाम के ही अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाएगा। इसके पीछे सरकार का तर्क है कि छात्रों को कोरोना के संकट से बचाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। छात्रों की क्वाटर्ली, हाफ इयली परीक्षाओं के अंको और अटेंडेस के बेस पर नंबर्स दिए जाएंगे।

वहीं कक्षा 12वीं के छात्रों के लिए परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। 12वीं की परीक्षा का टाइम टेबल जारी कर दिया गया है। यह परीक्षा 3 मई से 21 मई तक आयोजित होगी। गौरतलब है कि 19 जनवरी से तमिलनाडु के स्कूल खुल गए थे। क्लास 10वीं और 12वीं के छात्रों को स्कूल बुलाया जा रहा था। छात्रों के हॉस्टल खोलने की परमीशन भी दी गई थी।  

रिपोर्ट्स के अनुसार छात्रों की परीक्षा के बिना प्रमोट करने का फैसला मेडिकल एक्सपर्ट्स की सिफारिश के आधार पर किया गया है। एक्सपर्ट का कहना है कि वर्तमान परिस्थितियां कक्ष 10वीं (एसएसएलसी) और प्लस वन परीक्षा करवाने के अनुकूल नहीं थी। बताया जा रहा है कि विद्यार्थियों को इंटरनल असेस्‍मेंट के आधार पर होगा। परीक्षा के मार्क्स दो पैरामीटर्स में डिवाइड होंगे। 80 प्रतिशत की गणना छात्रों के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए क्वाटर्ली और हाफ इयरली एक्साम में की जाएगी, वहीं 20 प्रतिशत नंबर अटेंडेस के आधार पर मिलेंगे।