मुंबई। उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र विकास अघाड़ी गठबंधन सरकार की पहली वर्षगांठ पर बीजेपी के ऊपर जमकर हमला बोला है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के मुखपत्र सामना में दिए अपने एक इंटरव्यू में कहा है कि फिलहाल तो हाथ धो रहा हूँ, फिर हाथ धो कर पीछे पड़ जाऊँगा। उद्धव ठाकरे ने सामना में कहा कि अगर मुझे मजबूर किया गया तो बीजेपी को इसके परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा। दरअसल उद्धव ठाकरे ने बीजेपी द्वारा जांच एजेंसियों का दुरूपयोग करने की जमकर आलोचना की।

मैं संयमी ज़रूर हूँ लेकिन नामर्द नहीं : ठाकरे 

उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं संयमी हूँ लेकिन नामर्द नहीं हूं। इस तरह से हमारे परिजनों पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के जरिए हमला जारी रहा तो हम एक का बदला दस से लेंगे। उन्होंने कहा कि उस रास्ते पर चलने की हमारी इच्छा नहीं है, पर हमें मजबूर मत करो। उद्धव ठाकरे ने आगे कहा, ईडी आदि का दुरुपयोग करके दबाव बनाओगे तो यह मत भूलो कि तुम्हारे भी परिवार और बच्चे हैं। उद्धव ने कहा कि हम में संस्कार है, इसलिए संयम बरत रहे हैं। जिस प्रकार से हमारे लोगों के परिजनों पर हमले शुरू हैं, ये तरीका महाराष्ट्र का नहीं है। बिल्कुल नहीं है। यहां एक संस्कृति है। हिंदुत्ववादी मतलब एक संस्कृति है। अगर हम पर हावी होने की कोशिश करने वाले हमारे परिवार या बच्चों पर आना चाहते हैं, तो याद रखें उन लोगों के भी परिवार और बच्चे हैं। और, आप भी धुले चावल नहीं हो। तुम्हारी खिचड़ी जैसे पकानी है, वो हम पका सकते हैं। 

उद्धव ठाकरे ने कहा, महाराष्ट्र को चुनौती देनेवालों को मेरा कहना है कि ऐसी चुनौती देकर आप प्रतिशोध चक्र चलाने वाले होंगे तो प्रतिशोध चक्र में उलझने की हमारी इच्छा नहीं है। परंतु आपने इसके लिए मजबूर ही किया तो आप हमें हिंदुत्ववादी कहते हो ना तो फिर ठीक है। प्रतिशोध चक्र आपके पास, हमारे पास सुदर्शन चक्र है। हमारे पास भी चक्र है। हम पीछे लगा सकते हैं।

सामना को दिए अपने इंटरव्यू में उद्धव ठाकरे ने कहा, 'आप सीबीआई का दुरुपयोग करने लगे तब उस पर नकेल लगानी पड़ी। क्या ईडी और सीबीआई पर राज्य का अधिकार नहीं है? हम देते हैं नाम, हमारे पास हैं नाम। माल-मसाला पूरी तरह से तैयार है, लेकिन बदले की भावना रखनी है क्या? फिर जनता हमसे क्या अपेक्षा रखेगी। बदले की भावना से ही काम करना है तो तुम एक बताओ, हम दस बताएंगे।'

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मुख्यमंत्री ने सरकार के अन्य घटकों कांग्रेस और एनसीपी से सहयोग के सवाल पर कहा कि सभी का सहयोग मिल रहा है और आराम से एक साल पूरा हो गया तथा मुझे आत्मविश्वास है कि अगले चार साल भी हम जरूर पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि आघाड़ी करने के लिए शिवसेना, राष्ट्रवादी और कांग्रेस जब तीनों पार्टियां एक साथ आ रही थीं, तब कुछ लोगों को लग रहा था कि ये तीनों पार्टियां एक साथ आएंगी ही नहीं। भाजपा का नाम लिए बिना उद्धव ने कहा कि कुछ लोगों ने ऐसा कयास लगाया था कि शिवसेना हमारे पीछे दौड़ी चली आएगी, जिन लोगों को ऐसा लगता था उनका अनुमान गलत साबित हुआ। उद्धव ठाकरे ने इसके साथ ही बीजेपी पर राज्य सरकार को अस्थिर करन्बे का प्रयास करबे के आरोप भी लगाए। लेकिन साथ ही उद्धव ने यह भी कहा कि बीजेपी के हर प्रयास को पिछले एक साल में नाकाम किया गया है। 

बीजेपी ने सुशांत की लाश पर रोटियां सेंकने का काम किया : उद्धव 
सुशांत सिंह राजपूत मामले पर जिस तरह से घमासान हुआ उसे लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं उनकी तरफ करुणा भरी नजर से देखता हूं। क्योंकि जिन्हें लाश पर रखे मक्खन बेचने की जरूरत पड़ती है, वे राजनीति करने के लायक नहीं हैं। दुर्भाग्य से एक युवक की जान चली गई। उस गई हुई जान पर आप राजनीति करते हो? कितने निचले स्तर पर जाते हो? यह विकृति से भी गंदी राजनीति है। जिसे हम मर्द कहते हैं, वो मर्द की तरह लड़ता है। दुर्भाग्य से एक जान चली गई, उस पर अलाव जलाकर आप अपनी रोटियां सेंकते हो? यह आपकी औकात है?      

बीजेपी ने अलग विचारधारा वाले दलों के साथ गठबंधन किया, क्या यह लव जिहाद नहीं : ठाकरे 
लव जिहाद को लेकर भी उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी को घेरा और कहा कि राजनीति में भी लव जिहाद का कॉन्सेप्ट लागू क्यों नहीं होना चाहिए? उन्होंने कहा कि मुस्लिम लड़का, हिंदू लड़की से शादी करता है तो बीजेपी वाले इस शादी का विरोध करते हैं। फिर आपने महबूबा मुफ्ती के साथ गठबंधन क्यों किया? नीतीश कुमार? चंद्रबाबू नायडू? विभिन्न राजनीतिक विचारधारा वाली पार्टियों के साथ आपने गठबंधन किया है, क्या यह लव जिहाद नहीं है?