जम्मू। कोरोना महामारी के इस संकट काल में जो लोग माता वैष्णो देवी के दर्शन करने नहीं जा पा रहे हैं, अब उनके लिए खुशखबरी आई है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने माता के भक्तों के लिए बड़ा फैसला लेते हुए अब प्रतिदिन आने वाले भक्तों की संख्या को बढ़ाकर सात हजार कर दिया है। इससे पहले केवल पांच हजार भक्तों को ही प्रतिदिन आने की इजाजत थी। प्रशासन के इस फैसले से बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को फायदा होगा।

जम्मू-कश्मीर में अनलॉक 5.0 के तहत यह अनुमति दी गई है। केंद्र शासित प्रदेश के एक भी जिले रेड जोन में नहीं होने के कारण शराब के बार भी खुले रहेंगे। इसके अलावा प्रदेश में आवाजाही के लिए भी अब किसी तरह के पास की आवश्यकता नहीं होगी। वहीं प्रशासन ने वैष्णो देवी के दर्शन को लेकर स्थानीय और बाहरी श्रद्धालुओं के अनुपात वाले नियम को भी खत्म कर दिया है। बता दें कि पहले पांच हजार श्रद्धालुओं को दर्शन की इजाजत थी, लेकिन उसमें सिर्फ एक हजार बाहरी यात्री होते थे। बाकी चार हजार स्थानीय लोगों को अनुमति दी जाती थी।

लखनपुर का सड़क मार्ग भी चालू

बोर्ड ने इस बार यात्रियों के अनुपात को सीमित नहीं किया है। अब कोई भी भक्त सात हजार यात्रियों में शामिल हो सकता है। इसके अलावा लखनपुर में भक्तों के लिए रोक को भी खत्म कर दिया गया है ताकि उन्हें माता के दरबार में आने के दौरान किसी प्रकार का दिक्कत न हो। प्रशासन ने नवरात्र को देखते हुए इस सड़क मार्ग को खोल दिया है। इसी के साथ घोड़े और पिट्ठू वाले लोगों को भी सड़क मार्ग पर काम करने की अनुमति दे दी गई है।

कटरा तक चलेंगी दो ट्रेनें

इसी बीच रेलवे मंत्रालय की ओर से जानकारी दी गई है कि त्योहारों के सीजन को देखते हुए जल्द ही कटरा के लिए दो ट्रेनें चलाई जाएंगी। इनमें दिल्ली से कटरा जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस भी शामिल है। वहीं जम्मू से कटरा जाने वाली शिव-शक्ति एक्सप्रेस ट्रेन भी नवरात्र में चलनी शुरू हो जाएगी। इस सबके बीच प्रशासन ने धार्मिक रैलियों के आयोजनों पर अपनी रोक को बरकरार रखा है।