बलरामपुर। उत्तरप्रदेश में लगातार दूसरे दिन मानवता को शर्मसार करने वाली खबर आई है। हाथरस में दलित परिवार की बेटी की चिता की अग्नि ठंडी भी नहीं हुई थी कि बलरामपुर में हाथरस से भी भयानक वारदात को अंजाम दिया गया। एक दलित युवती के साथ दरिंदों ने सामुहिक बलात्कार करने के बाद उसके पैर और कमर तोड़ डाले। इस घटना में बुरी तरह से घायल युवती ने अस्पताल पहुंचने से पहले दम तोड़ दिया। 



मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंगलवार की सुबह तकरीबन आठ बजे युवती अपने घर से एडमिशन के लिए निकली थी। इस दौरान उसका अपहरण कर लिया गया और बेहोशी की दवा देकर उसके साथ सामुहिक दरिंदगी की गई। मृतक छात्रा की मां का आरोप है कि जब युवती कॉलेज गई हुई थी तब वहां से उसके कुछ साथी उसे ई-रिक्शा में बैठाकर बाजार में स्थित किसी कमरे में ले गए। वहां उसे नशे का इंजेक्शन लगाकर उन्होंने बेहोश किया और सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। इस दौरान उन्होंने उसकी कमर और टांग भी तोड़ दिए और ई-रिक्शे पर बिठाकर घर भेज दिया। उसकी मां ने मीडिया को बताया है कि वह कुछ बोल भी नहीं पा रही थी और बहुत पीड़ा में थी। उसने बस इतना कहा कि मम्मी मुझे बचा लो मैं मरना नहीं चाहती।





 



हाथ में लगा था ग्लूकोज चढ़ाने वाला वीगो

 बताया जा रहा है कि जब छात्रा घर पहुंची तो कीचड़ से लथपथ थी और उसके हाथ में ग्लूकोज चढ़ाने वाला वीगो लगा था। परिजनों ने जब गांव में पता करने की कोशिश की तो पता चला की गांव के ही एक डॉक्टर को गांव के ही एक लड़के ने एक घर में युवती की इलाज के लिए बुलाया था। 





यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए तुरंत कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने लिखा है कि हाथरस के बाद अब बलरामपुर में भी एक बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार और उत्पीड़न का घृणित अपराध हुआ है व घायलावस्था में पीड़िता की मृत्यु हो गयी है। श्रद्धांजलि! भाजपा सरकार बलरामपुर में हाथरस जैसी लापरवाही व लीपापोती न करे और अपराधियों पर तत्काल कार्रवाई करे।



पुलिस ने रात में शव को जलाया



बलरामपुर की इस घटना ने उत्तरप्रदेश पुलिस को एक बार फिर से बेनकाब कर दिया है। बताया जा रहा है कि पहले तो जिला पुलिस मामले को दबाकर रफा दफा करने की कोशिश कर रही थी, हालांकि बाद में जब घटना के बारे में परिजनों ने मीडिया को बताया तो बवाल बढ़ता देख रात में ही शव को जला दिया। इस बार पुलिस ने बलपूर्वक मृतका के परिजनों को भी क्रिया-कर्म में शामिल कराया।



बता दें कि कल ही हाथरस में इसी प्रकार के मामले में उत्तरप्रदेश पुलिस का शर्मनाक हरकत देखने को मिला था जब मृतका के शव को घरवालों के मर्जी के बगैर रात में जला दिया था। मामले में देशभर के लोग आक्रोशित हैं वहीं यूपी पुलिस और योगी सरकार की जमकर फजीहत भी हुई।