नई दिल्ली। वैक्सीन की भारी किल्लत से जूझ रही देश की राजधानी दिल्ली को एक और झटका लगा है। वैक्सीन निर्माता कंपनियों ने दिल्ली सरकार को वैक्सीन उपलब्ध कराने की अपील ठुकरा दी है। वैक्सीन निर्माता कंपनियों ने कहा है कि वे इस मसले पर सीधे केंद्र सरकार से बात करेंगी। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने खुद इस बात की जानकारी दी है।

दिल्ली में वैक्सीन की किल्लत के बाद दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने वैक्सीन निर्माता कंपनियों मॉडर्ना और फाइजर जैसी कंपनियों से वैक्सीन के लिए संपर्क साधा था। लेकिन दोनों ही कंपनियों ने सीधे दिल्ली सरकार को वैक्सीन बेचने से मना कर दिया। वैक्सीन निर्माता कंपनियों ने दिल्ली सरकार की मांग को यह कहते हुए ठुकरा दिया कि वे सीधे केंद्र सरकार से इस मसले पर बात कर रही हैं। 

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वैक्सीन निर्माता कंपनियों द्वारा यह मांग ठुकराए जाने के बाद दिल्ली सरकार के सामने एक नई समस्या खड़ी हो गई है। दिल्ली में वैक्सीन की किल्लत के कारण पहले ही युवाओं का टीकाकरण बंद कर दिया गया है। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने केंद्र सरकार से जून महीने के लिए आठ लाख वैक्सीन की मांग की थी। खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि अगर वैक्सीनेशन की यही रफ्तार रही तो दिल्ली की जनता को वैक्सीन लगाने में 30 महीने लग जाएंगे। 

वैक्सीन निर्माता कंपनियों से अकेले दिल्ली को ही निराशा हाथ नहीं लगी है। इससे पहले वैक्सीन निर्माता कंपनी मॉडर्ना ने पंजाब सरकार को भी वैक्सीन देने से इनकार कर दिया है। मॉडर्ना ने वैक्सीन न देने हेतु पंजाब सरकार को भी यही तर्क दिया है।