नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच दो महीनों से युद्ध छिड़ा हुआ है। इसी बीच भारतीय वायु सेना के अध्यक्ष वी.आर चौधरी ने भविष्य के युद्ध को लेकर बड़ा बयान दिया है। चौधरी ने कहा है कि भारतीय वायु सेना को कम समय में छोटी अवधि के युद्ध के लिए तैयार रहने की जरूरत होगी।

एअर चीफ मार्शल चौधरी ने एक सम्मेलन में कहा कि बल को छोटी अवधि के युद्धों और पूर्वी लद्दाख जैसे लंबे समय तक चलने वाले गतिरोध से निपटने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा, ‘मौजूदा भू-राजनीतिक हालात में भारतीय वायु सेना को कम समय में तीव्र एवं छोटी अवधि के अभियानों के लिए तैयार रहने की आवश्यकता होती है। कम से कम समय में उच्च तीव्रता वाले अभियानों के नए तरीकों के लिए संचालनात्मक संभार तंत्र में बड़े बदलाव करने की आवश्यकता होगी।'

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उत्तरी सीमाओं पर भारत की सुरक्षा चुनौतियों पर एयर चीफ मार्शल चौधरी ने कहा कि भारतीय वायुसेना को सभी संभावित सुरक्षा चुनौतियों के लिए तैयार रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पूर्वी लद्दाख में जो हम देख रहे हैं, उस तरह के लंबे समय तक चलने वाले गतिरोधों से निपटने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता भी होगी।

वायु सेना प्रमुख ने कहा कि ऐसे अभियानों के लिए  'संसाधनों को जोड़ना' और उनके परिवहन को मुमकिन बनाने की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को हासिल करने के लिए महत्वपूर्ण फैक्टर्स के स्वदेशीकरण के लिए एक केंद्रीकृत योजना विकसित करने की भी जरूरत है।