कोलकाता। पश्चिम बंगाल में छात्रों की परीक्षाओं से पहले हो सकती है नेताओं की अग्निपरीक्षा। दरअसल चुनाव आयोग बोर्ड की परीक्षाओं को देखते हुए राज्य में वक्त से कुछ पहले चुनाव कराने पर विचार कर रहा है। आयोग चाहता है कि राज्य में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया को छात्रों की परीक्षाओं से पहले ही समाप्त कर लिया जाए। अगर ऐसा हुआ तो पश्चिम बंगाल में फरवरी के पहले हफ्ते सप्ताह तक चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करके आदर्श आचार संहिता लागू की जा सकती है।

एक अंग्रेज़ी न्यूज़ चैनल के मुताबिक चुनाव आयोग ने तय समय से पहले पश्चिम बंगाल में चुनाव कराने का मन बना लिया है। अगर सब कुछ आयोग की योजना के मुताबिक रहा तो 5 मई से पहले पश्चिम बंगाल में चुनावी प्रक्रिया समाप्त हो सकती है। हालांकि ममता बनर्जी सरकार का कार्यकाल 30 मई को समाप्त होने वाला है।

सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं 4 मई से शुरू होने की संभावना है। परीक्षाओं के मद्देनजर चुनाव आयोग जल्द से जल्द चुनाव संपन्न कराना चाह रहा है। इस मर्तबा कोरोना महामारी के चलते बंगाल चुनाव 7 से 8 चरणों में कराए जा सकते हैं। पिछली बार राज्य में चुनाव 6 चरणों में कराए गए थे। हाल ही में मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के साथ साथ दो आयुक्त बंगाल दौरे पर थे, बंगाल के प्रभारी और उप चुनाव आयुक्त ने अधिकारियों के साथ आगामी चुनाव की तैयारियों की जायज़ा लिया था।