नई दिल्‍ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने प्रिवेंसन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत यस बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर और अन्य की 2,203 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की हैं। अधिकारियों ने बताया कि ईडी द्वारा पीएमएलए के अंतर्गत जारी अंतरिम आदेश के तहत डीएचएफएल के प्रवर्तकों कपिल और धीरज वाधवन बंधुओं की संपत्तियां भी कुर्क की गई हैं। इसके अलावा एजेंसी ने कपूर की कुछ विदेशी संपत्तियों पर भी रोक लगाई है।

ईडी का आरोप है कि कपूर और उनके परिवार के सदस्यों और अन्य लोगों ने बैंक के जरिए बड़े कर्ज देने के लिए ‘घूस’ ली। इन लोगों ने करीब 4,300 करोड़ रुपये की अपराध की कमाई को इधर-उधर किया। बाद में यह कर्ज एनपीए बन गया। कपूर को केंद्रीय जांच एजेंसी ने मार्च में गिरफ्तार किया था। फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में है।

वहीं धीरज और कपिल वधावन को सीबीआई ने यस बैंक घोटाले के सिलसिले में अप्रैल में गिरफ्तार किया था। जांच ब्यूरो की एफआईआर के अनुसार यह घोटाला अप्रैल से जून 2018 के दौरान शुरू हुआ जब यस बैंक ने घोटाले में फंसी डीएचएफएल में 3,700 करोड़ रूपए का निवेश किया था। आरोप है कि इसके एवज में वधावन बंधुओं ने यस बैंक के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी राणा कपूर और उनके परिवार के सदस्यों को डूइट अर्बन वेन्चर्स इंडिया प्रा लि को कर्ज के नाम पर कथित रूप से दलाली के रूप में 600 करोड़ रूपए दिये थे। यह कंपनी राणा कपूर की पत्नी और उनकी बेटिययों के स्वामित्व वाली है।